बहराइच में सालार गाजी की दरगाह पर भाजपा नेता ने चढ़ाई चादर, बताया ‘संत’; बोले- मेले पर रोक लेकिन उर्स पर नहीं
बहराइच। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने आक्रांता सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर चादर चढ़ाई और उन्हें संत, सिद्ध पुरुष और वली अल्लाह बताया। यह तब हुआ जब प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से दरगाह पर लगने वाले पारंपरिक जेठ मेले पर रोक लगा दी है। सिद्दीकी ने कहा कि मेले पर रोक हो सकती है, लेकिन उर्स आस्था से जुड़ा है, उस पर कोई पाबंदी नहीं है।
मैं यहां अपनी श्रद्धा से आया हूं और यह मेरा अधिकार है। उन्होंने दावा किया कि दरगाह पर सभी धर्मों के लोग आते हैं और यह स्थान देश को जोड़ने का काम करता है। जिला प्रशासन ने पहलगाम आतंकी हमले, संभल की हिंसा और वक्फ अधिनियम में संशोधन को लेकर उपजे तनाव के चलते मेले की अनुमति नहीं दी थी। परंपरागत रूप से यह मेला 15 मई से 15 जून तक लगता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च में बहराइच में महाराजा सुहेलदेव की वीरता को याद करते हुए कहा था कि आक्रमणकारियों का महिमामंडन देशद्रोह की नींव मजबूत करता है। सुहेलदेव को गाजी मियां को हराने वाला योद्धा माना जाता है। जब इस पर सिद्दीकी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, योगी जी हमारे मुख्यमंत्री हैं।
उन्होंने किस संदर्भ में कहा, यह मुझे नहीं मालूम। मेरी आस्था गाजी बाबा में है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने 17 मई को मेला रद करने के फैसले को बरकरार रखा, लेकिन धार्मिक रस्मों की अनुमति दी है।