"विकसित कृषि संकल्प अभियान" का दूसरा दिवस

Update: 2025-05-30 13:33 GMT

कृषि विज्ञान केंद्र धौरा उन्नाव, केंद्रीय उपोषण बागवानी संस्थान, लखनऊ एवं कृषि विभाग,उन्नाव के साथ मिलकर दिनांक 30.05.2025 को , मियांगंज एवं नबाबगंज ब्लॉक के कुल 9 गांवों में 731 कृषकों, 12 वैज्ञानिक, 91 अन्य कृषि विभाग एवं पशुपालन विभाग के अधिकारीगणों के उपस्थित में विकसित कृषि संकल्प अभियान का दूसरा दिन सम्पन्न हुआ।माननीय कृषि मंत्री भारत सरकार का विकसित कृषि संकल्प अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य भारतीय कृषि को आधुनिक और टिकाऊ बनाना है।

"विकसित भारत" की दिशा में चल रहे प्रयासों के अंतर्गत "विकसित कृषि संकल्प अभियान" का दूसरा दिन किसानों में उत्साह, जागरूकता और सहभागिता की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण रहा। इस दिन विभिन्न गतिविधियाँ एवं कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, योजनाओं और सरकारी सहायता की जानकारी दी गई।

मुख्य आकर्षण:

प्रशिक्षण सत्र: कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने किसानों को उन्नत बीजों, जल संरक्षण तकनीकों, जैविक खेती और मृदा स्वास्थ्य कार्ड के उपयोग की जानकारी दी।

योजना जानकारी: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम-किसान सम्मान निधि, और ई-नाम पोर्टल जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई और किसानों को इनका लाभ उठाने के लिए मार्गदर्शन किया गया।

कृषि प्रदर्शनी: स्थानीय स्तर पर आयोजित प्रदर्शनी में आधुनिक कृषि यंत्र, ड्रोन तकनीक, एवं स्मार्ट सिंचाई प्रणालियों का प्रदर्शन किया गया।

सफल किसानों की कहानियाँ: प्रगतिशील किसानों ने अपने अनुभव साझा किए, जिससे अन्य किसानों को प्रेरणा मिली।

उद्देश्य:

किसानों को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम बनाना

सतत और लाभकारी कृषि को बढ़ावा देना

सरकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुँचाना

इस अभियान के तहत, विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है और उन्हें नवीनतम कृषि तकनीकों और प्रौद्योगिकियों से किसानों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। यह अभियान 29.05.2025 से 12.06.2025 तक विस्तृत रूप से चलेगा । उपनिदेशक कृषि रवि चंद्र प्रकाश ने किसानों को ड्रोन तकनीकी के साथ आईपीएम तकनीकी को बढ़ावा देने को जोर दिया और आवाहन किया कि इस अभियान को सफल बनाने में किसानों का बहुत बड़ा योगदान है लेकिन ये तब सफल होगा जब आप सभी तकनीकियों का उपयोग कर खेती को बेहतर बनाएंगे। । डा दुष्यंत मिश्रा प्रधान वैज्ञानिक केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ ने किसानों को आम की उत्पादकता को बढ़ाने और उसकी गुणवक्ता बनाए रखने के लिए बैगिंग तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए विस्तार से चर्चा किया। डॉ इसरार अहमद वरिष्ठ वैज्ञानिक केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ ने किसानों को नई नई रंगीन प्रजातियों के बारे में जानकारी दी और बरसात के मौसम में पौध रोपण कैसे करना है विस्तार से चर्चा किया। डा धीरज कुमार तिवारी प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों को मृदा की गुणवत्ता एवं स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए विस्तार से चर्चा किया। डा जय कुमार यादव वैज्ञानिक पौध संरक्षण ने किसानों को अपनी फसल की उत्पादन बढ़ाने के लिए कीट एवं रोगों का प्रबंधन आईपीएम तकनीकी का उपयोग करने के लिए आवाहन किया। डॉ कुंदन कुमार पशु चिकित्सक ने किसानों को पशुपालन विभाग की जानकारियां उपलब्ध कराई और साथ ही खेती के साथ ही पशुपालन करने के लिए भी आवाहन किया और वर्ष भर चारा उपलब्ध रहे इसके बारे मे विस्तार से चर्चा किया। इफको द्वारा ड्रोन का प्रदर्शन करा कर किसानों को तकनीकि की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई।


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