यूपी में भरभराकर गिरी पानी की टंकी, जल जीवन मिशन योजना के तहत लाखों रुपये में हुआ था निर्माण

Update: 2025-05-30 00:51 GMT

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद की महमूदाबाद तहसील के ब्लॉक पहला की ग्राम पंचायत चुनका में नवनिर्मित पानी की टंकी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. इस नवनिर्मित पानी की टंकी का कार्य जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत कराया गया था. आज भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी पानी की टंकी अचानक भरभरा कर गिर गई. जिस वक्त पानी की टंकी गिरी उस समय करीब 20 हजार लीटर पानी टंकी में भरा हुआ था.

सीतापुर जनपद में पानी की टंकियों का गिरना लगातार जारी हैं. इससे पूर्व महोली तहसील के ग्राम चितहला में भी पानी की टंकी भर-भरा कर गिर गई थी. आज महमूदाबाद तहसील के ब्लाक पहला की ग्राम पंचायत चुनका में जब पानी की टंकी गिरी तो इसकी आवाज काफी दूर तक गूंजी. टंकी के निर्माण पर 531.50 लाख रुपये खर्च किए जाने की बात सामने आ रही हैं.

इस पानी की टंकी से 8 गांवों में सप्लाई होती थी, लगभग 6 हजार की आबादी को पानी की सप्लाई होती थी. पानी की टंकी गिरने से लगे पैनल भी क्षतिग्रस्त हो गए. बीते चार महीने से गांव में नवनिर्मित टंकी के जरिए ही पानी की आपूर्ति की जा रही थी. जब पानी की टंकी गिरी तो गनीमत रही की आस-पास कोई मौजूद नहीं था वरना जनहानि हो सकती थी.

महमूदाबाद विधायक ने भी लिया मामले का संज्ञान

इस पानी की टंकी को कार्यदायी संस्था एनसीसी लिमिटेड के द्वारा गया था बनवाया लेकिन टंकी गिरने के बाद जल निगम, कार्यदायी संस्था के जिम्मेदार चुप्पी साध कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं. महमूदाबाद की विधायक आशा मौर्या ने टंकी गिरने का संज्ञान लेते हुए कहा कि गुण्वत्ताविहीन पानी की टंकी जिस ठेकेदार ने बनाई होगी, जो भी जिम्मेदार होगा उसके विरूद्ध कड़ी से कड़ी से कार्रवाई की जाएगी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ से बात कर उचित कार्रवाई की मांग करूंगी.

क्या बोले प्रधान प्रतिनिधि राजाराम

इस मामले में प्रधान प्रतिनिधि राजाराम ने बताया कि एक बढ़ा हादसा बच गया क्योंकि इस टंकी के नीचे गर्मी के गांव के लोग ठंडक के लिये बैठ व लेट भी जाते थे फिलहाल टंकी गिरने की वजह नहीं पता कि क्या हो सकती है शायद गुणवत्ता, मानक विहीन व ठेकेदार ही जाने. इस मामले में पूर्व मंत्री/पूर्व विधायक नरेन्द्र सिंह वर्मा ने कहा कि आज न तो कोई आंधी आयी थी और न कोई तूफान फिर भी ये पानी की टंकी कागज के खिलौने की तरह ढह गई. इसमें पानी की टंकी बनाने वाली कंपनी, ठेकेदार, पेटी डीलर और जल निगम के अधिकारी व कर्मचारी सबके हाथ भ्रष्टाचार में सने हुए हैं. पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.

Similar News