आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को दिया गया ऋण आतंकवाद के लिए प्रयोग होगा-प्रो अश्विनी महाजन।

Update: 2025-05-11 03:18 GMT


स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने शनिवार को पाकिस्तान को ऋण स्वीकृत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की आलोचना की और इस कदम का समर्थन करने वाले सदस्य देशों से अनुरोध किया कि वे पड़ोसी देश द्वारा आतंकवाद को निरंतर समर्थन दिए जाने के मद्देनजर अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के आनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने एक बयान में कहा कि यह ‘‘बेहद चिंताजनक’’ बात है कि आईएमएफ ने अपने जलवायु लचीलापन कोष से पाकिस्तान को 1.4 अरब अमेरिकी डॉलर का ऋण देने को मंजूरी दे दी है, साथ ही मौजूदा सात अरब अमेरिकी डॉलर के आर्थिक स्थिरीकरण कार्यक्रम के तहत एक अरब अमेरिकी डॉलर का अतिरिक्त ऋण देने को भी स्वीकृति दे दी है।

एसजेएम ने कहा कि वह आईएमएफ के निर्णय पर ‘‘दृढ़ता से अपनी नाराजगी व्यक्त’’ करता है।

एसजेएम के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने बयान में कहा, ‘‘हालांकि, हम आईएमएफ द्वारा दी जा रही इस धनराशि को सीधे तौर पर आतंकवाद के लिए समर्थन कहने से बचते हैं, लेकिन तथ्य यह है कि अतीत में पाकिस्तान को दी गई ऋण राशि अक्सर अपने घोषित उद्देश्यों को पूरा करने में विफल रही है।’’

उन्होंने आईएमएफ के निर्णय पर गंभीर आपत्ति जताते हुए कहा कि इन निधियों का इस्तेमाल सार्थक आर्थिक सुधारों में योगदान देने के बजाय पाकिस्तान की सेना को मजबूत करने या अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवादी गतिविधियों में मदद देने के लिए किया जा सकता है।

महाजन ने कहा, ‘‘एसजेएम इस ऋण का समर्थन करने वाले आईएमएफ के सदस्य देशों से आग्रह करता है कि वे पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को लगातार समर्थन दिए जाने के मद्देनजर अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत सरकार से भी आग्रह करते हैं कि वह सभी उपलब्ध राजनयिक माध्यमों का इस्तेमाल करके यह सुनिश्चित करे कि नव-स्वीकृत आईएमएफ धनराशि का दुरुपयोग न हो।’’

एसजेएम ने आईएमएफ की ‘‘ऋण देने की प्रक्रिया’’ में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की तथा उससे पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता के ‘‘व्यापक भू-राजनीतिक निहितार्थों’’ पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया।

महाजन ने कहा, ‘‘हाल में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर एसजेएम सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान के कथित समर्थन पर भारत की दीर्घकालिक चिंताओं को दोहराता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम आईएमएफ से आग्रह करते हैं कि वह सख्त निगरानी तंत्र लागू करे, ताकि यह देखा जा सके कि पहले वितरित किए गए धन का उपयोग किस प्रकार किया गया। क्या इस धन का इस्तेमाल आर्थिक स्थिरीकरण के लिए किया गया या फिर इसे अनपेक्षित उद्देश्यों के लिए खर्च किया गया।’’

एसजेएम ने पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे के खिलाफ सरकार की ‘‘दृढ़’’ प्रतिक्रिया की सराहना की और कहा कि भारत के ‘‘साहसिक कदम’’ ने उसकी जनता और नेतृत्व की इच्छा को प्रतिबिंबित किया है और अपनी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए देश की ‘‘अटूट प्रतिबद्धता’’ की पुष्टि की है।

एसजेएम ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह पाकिस्तान को सीमापार आतंकवाद को प्रायोजित करने में उसकी निरंतर भूमिका के लिए जवाबदेह ठहराए।

महाजन ने कहा, ‘‘इस महत्वपूर्ण समय में स्वदेशी जागरण मंच सरकार, हमारे सशस्त्र बलों और भारत के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। हम सभी नागरिकों से एकता बनाए रखने, सतर्क रहने और हमारी धरती से आतंकवाद को खत्म करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पहल का समर्थन करने की अपील करते हैं।’’

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