अयोध्या में दीपों का महासागर : सीएम योगी बोले — ‘रामभक्तों के लहू से लथपथ नगरी आज आस्था की रोशनी में नहा रही है’, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नया विश्व कीर्तिमान
डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी
अयोध्या।
रामनगरी अयोध्या रविवार की शाम भक्ति, आलोक और आस्था के अद्वितीय संगम से जगमगा उठी। सरयू तट से लेकर रामकथा पार्क तक दीपों की सुनहरी धाराओं ने ऐसा दृश्य रचा, मानो धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां सरयू की आरती कर नौवें दीपोत्सव का शुभारंभ किया और जैसे ही लाखों दीप प्रज्वलित हुए, पूरा अयोध्या जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा।
“रामभक्तों के लहू से लथपथ रही नगरी आज दीपों के सागर में स्नान कर रही है” — सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरयू तट पर आरती के बाद श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा,
> “जिस अयोध्या की धरती कभी रामभक्तों के लहू से लथपथ कर दी गई थी, आज वही अयोध्या दीपों के सागर में नहा रही है। यह नया भारत है — जो अपनी आस्था, अस्मिता और विकास तीनों में आत्मविश्वास से जगमगा रहा है।”
उन्होंने कहा कि दीपोत्सव का यह नौवां संस्करण उत्तर प्रदेश की नई सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। यह आयोजन बताता है कि जब जनसहयोग, श्रद्धा और शासन साथ आते हैं, तब परंपरा विश्व रिकॉर्ड बन जाती है।
“डबल इंजन सरकार ने अयोध्या को अपमान से मुक्त कराया”
सीएम योगी ने कहा कि वर्षों तक अयोध्या उपेक्षा का प्रतीक रही, लेकिन आज यह राष्ट्र की आस्था का केंद्र बन गई है। उन्होंने कहा,
> “डबल इंजन की सरकार ने अयोध्या को अपमान से मुक्ति दिलाई है। पहले जो लोग रामभक्तों पर गोलियां चलवाते थे, अब उन्हें 26 लाख 17 हजार दीपों की यह ज्योति चुभ रही है।”
उन्होंने बताया कि इन दीपों को स्थानीय प्रजापति और कुम्हार समुदाय ने बनाया है, जिससे हजारों परिवारों को रोजगार मिला — यह दीपोत्सव सिर्फ आस्था का नहीं, आर्थिक सशक्तिकरण का पर्व भी है।
विपक्ष पर तीखा प्रहार — “रामद्रोही दीपोत्सव की रोशनी नहीं झेल पा रहे”
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “जो लोग दीपावली से दूरी बनाकर सैफई और विदेशों में भोग-विलास के उत्सव मनाते थे, वही अब राममंदिर की इस भव्यता को देखकर असहज हैं।”
उन्होंने कहा,
> “पहले सत्ता में रहकर ये लोग दीपोत्सव से परहेज करते थे, लेकिन कब्रिस्तान की दीवारों पर करोड़ों खर्च कर जनता को गुलामी की मानसिकता में बांधते थे। आज वही जातिवाद और विद्वेष फैलाकर जनता को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।”
“अंधकार से उजाले की ओर बढ़ रहा उत्तर प्रदेश” — सीएम योगी
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब अंधकार से उजाले की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव जनता की साझेदारी से एक वैश्विक आयोजन बन गया है।
> “हम बिना रुके, बिना झुके, बिना थके विकास की यात्रा को आगे बढ़ाएंगे। भारत जब तक एक रहेगा, तब तक किसी को हमारी आस्था का अपमान करने की हिम्मत नहीं होगी।”
गिनीज बुक में दर्ज हुआ नया विश्व रिकॉर्ड, रामनगरी ने रचा इतिहास
इस वर्ष दीपोत्सव ने फिर से विश्व मंच पर इतिहास रच दिया।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने घोषणा की कि अयोध्या में एक साथ 26,17,215 दीपों का प्रज्वलन कर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया है।
इस भव्य आयोजन में राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, उससे संबद्ध महाविद्यालयों, विद्यालयों, स्वयंसेवी संस्थाओं, साधु-संतों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई।
जैसे ही रिकॉर्ड की घोषणा हुई, पूरा रामकथा पार्क “श्रीराम जय राम जय जय राम” के उद्घोष से गूंज उठा और श्रद्धालुओं की आंखों में गर्व और भावुकता की झलक दिखी।
सीएम योगी हुए भावविभोर — गिनीज बुक प्रमाणपत्र किया स्वीकार
गिनीज बुक प्रतिनिधियों की घोषणा के बाद पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने मुख्यमंत्री को प्रमाणपत्र सौंपा।
सीएम योगी ने दोनों प्रमाणपत्र ऊपर उठाकर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया।
उनके चेहरे पर गर्व और संतोष की चमक थी — मानो स्वयं श्रीराम के आशीर्वाद से पूरी अयोध्या प्रफुल्लित हो उठी हो।
दीपोत्सव बना आस्था, अस्मिता और आत्मविश्वास का प्रतीक
अयोध्या का दीपोत्सव आज केवल दीपों का उत्सव नहीं, बल्कि आस्था, अस्मिता और आत्मनिर्भरता का उत्सव बन गया है।
यह आयोजन बताता है कि जब जनभावना और शासन की निष्ठा एक हो जाती है, तो संस्कृति केवल सहेजी नहीं जाती — विश्व पटल पर छा जाती है।
अयोध्या का यह दीपोत्सव “नए भारत की नई पहचान” बन चुका है —
जहां हर दीप एक संदेश देता है कि राम केवल अतीत नहीं, भारत की आत्मा हैं।