हाईकोर्ट के आदेश की आड़ में राजस्व टीम कर रही किसानों का नुकसान

Update: 2020-03-13 17:17 GMT


वाराणसी/चोलापुर

शुक्रवार को आजमगढ़ वाराणसी मार्ग पर स्थित इमलिया गांव में हाईकोर्ट का आदेश लेकर पहुची राजस्व टीम ने जब चकरोड की नाप जोख शुरू की तो वहां किसानों का जमावड़ा शुरू हो गया। राजस्व टीम में तहसीलदार और नायब तहसीलदार एवम चिरईगांव बीडीओ समेत अन्य कर्मचारी भी शामिल थे। वही ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्रीय लेखपाल जय प्रकाश के पास नक्शे व ग्रामीणों के पास बंदोबस्ती नक्शे मे भिन्नता पायी जाती है जिसके कारण अक्सर किसानो के जमीन पैमाईस मे गड़बड़ी पायी जाती है उधर तहसीलदार के अनुसार नक्शे के अनुसार आजमगढ़ वाराणसी मार्ग से इमिलिया गांव की यादव बस्ती में जाने के लिए चकरोड नही बने होने की पीआईएल रामआसरे सिंह द्वारा दाखिल की गई थी, जिसमें हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार नक्शे में चिन्हित चकरोड की स्थिति निर्धारित कर उसे बनाने का आदेश है। उधर दूसरी तरफ चकरोड से प्रभावित किसान जटाशंकर सिंह, गौरीशकर सिंह, शिवशंकर, ओमप्रकाश, अशोक कुमार सिंह का आरोप है कि उन्हें हाईकोर्ट के आदेश से कोई तक्कलुफ नही है लेकिन राजस्व टीम एवं पीआईएल दाखिल करने वाले की मिलीभगत के कारण चकरोड की नापी गलत तरीके से कर उसे अलग जगह दर्शाया जा रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीणों की कई बिस्वा बेशकीमती जमीन बर्बाद होकर चकरोड में जा रही है। किसानों का यह भी आरोप है कि उक्त चकरोड की जगह कई वर्षों पूर्व कुछ ही दूरी पर वैकल्पिक पिचरोड गांव में जाने के लिए किसानों द्वारा जमीन देकर बनवाई गई थी फिर इस चकरोड का क्या अर्थ है। यदि यहीं नक्शे के अनुसार चकरोड बनेगी तो उक्त पिचरोड पर इतना सरकारी मद का पैसा बर्बाद करने तथा किसानों की जमीन हथियाने का क्या आशय है। राजस्व अधिकारियों ने किसानों की इन बातों को नजरअंदाज करते हुए हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए अपना काम जारी रखा। पीड़ित किसानो का कहना है कि वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगें न्याय नही मिलने धरना प्रदर्शन भी करेंगे।

रिपोर्ट:-दीपक कुमार सिंह चोलापुर

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