आज़मगढ़
3 दिन पूर्व वाराणसी में अफगानी युवक इबादतउल्लाह उर्फ आबिद की गिरफ्तारी के बाद छानबीन व कार्रवाई का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। आजमगढ़ पुलिस एक दिन पूर्व कोलकाता में छिपे एक और अफगानी युवक को गिरफ्तार कर विमान से लायी थी। सनसनीखेज मामले की जानकारी वजह तलाशने को पुलिस गहराई से छानबीन कर रही है। एसपी प्रो0 त्रिवेणी सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अफ़गानी ईंट भट्ठे से किसी व्यक्ति का केवाईसी का इस्तेमाल कर अपना पासपोर्ट बनवाना चाह रहा था, फ़ूलपुर कोतवाली के उदपुर में शबाना रोड स्थित किराए के मकान में रह रहा था। उसके ठिकाने पर दबिश दी गयी तो कई मामले सामने आए। फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए आधार एवं निर्वाचन कार्ड बनवाया था। भारतीय पासपोर्ट बनवाने को ऑनलाइन आवेदन कर दिया था। दिलचस्प है कि उसके पासपोर्ट आवेदन पत्र की जांच फ़ूलपुर पुलिस ने नवंबर माह में ही पूरी कर रिपोर्ट भेज दी थी। इसी को आधार बना कर 1 दारोगा व 2 सिपाहियों को निलंबित किया गया है। कोलकाता से गिरफ्तार दूसरे अफ़गानी से पूछताछ की जा रही है। दूसरे युवक की गिरफ्तारी से अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी पहुंच गए हैं।सवाल है कि पासपोर्ट प्रकरण का मास्टरमाइंड स्थानीय साहबे आलम सालों से व्यवस्था में सेंध लगाता रहा और पहरेदार सोते रहे। अफगानी युवक किरामत उल्ला अहमद जई व आविद अब्दुल्ला पासपोर्ट वीजा बनवाने को करीब चार माह से साहबे आलम में संपर्क में रहे जो नमूना मात्र है। किरामत उल्ला के पास से बरामद मोबाइल निवास प्रमाणपत्र ग्राम प्रधान के मुहर वाले दस्तावेज दर्शाते हैं कि खेल में तंत्र की भूमिका संदिग्ध है। गहराई से छानबीन हो सफेदपोश सरपरस्त बेनकाब होंगे तो खाकी एवं प्रशासनिक मशीनरी पर भी भ्रष्टाचार के छींटें जरूर पड़ेंगे। वाराणसी पुलिस ने हत्थे चढ़े आजमगढ़ के फूलपुर कोतवाली अंतर्गत चमराडीह निवासी मास्टर माइंड को दबोचा तो बड़े खेल की परत.दर.परत उधड़ने लगी।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा