तो PK ले डूबा शिवसेना को दिखाया था CM की कुर्सी का सपना

Update: 2019-11-13 02:53 GMT

पटना. महाराष्ट्र में कुर्सी के लिए चल रही खींचतान के बीच बीजेपी ने चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पर हमला बोला है. भाजपा नेता प्रीति गांधी ने एनडीए गठबंधन से शिवसेना को अलग होने के लिए प्रशांत किशोर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ट्वीटर कर कहा है कि प्रशांत किशोर ने ले डूबा. वहीं, जेडीयू नेता अजय आलोक (Ajay Alok) ने भी प्रशांत किशोर पर तंज कसा है. उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से किशोर पर हमला बोलते हुए कहा है कि मास्टर स्ट्रैटेजिस्ट के कारण ही महाराष्ट्र का ऐसा हाल हुआ है. दरअसल, माना जा रहा है की प्रशांत किशोर ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री का सपना दिखाया था. यही वजह है कि 50-50 फॉर्मूले के तहत शिवसेना ने बीजेपी से ढ़ाई साल तक के लिए सीएम पद की मांग कर दी. अंत में दोनों भगवा पार्टी के बीच गठबंधन टूट गया.


जदयू नेता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा है कि एक हैं मास्टर स्ट्रैटेजिस्ट, पिछले कुछ दिनों से शिवसेना उनसे ज्ञान ले रही थी. नतीजा सब देख रहे हैं. अब महामहिम ने और समय नहीं दिया. लगता हैं इस पहलू पे मास्टर साहब ने ध्यान नहीं दिया होगा. नतीजा न तीन में न तेरह में. कहते हैं न गफ़लत में सब गए, माया मिली न राम. जय मातर साब


बताते चलें कि प्रशांत किशोर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर की सलाह पर ही उद्धव ठाकरे के मन में मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जगी है, जिसके बाद महाराष्ट्र में गद्दी के लिए महाभारत शुरू हो गया. माना जा रहा है की प्रंशात किशोर के इस खेल में एक तीर से दो निशाना बना रहे हैं. जिसमें अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू को सीटों के बटवारे में बीजेपी पर दबाव बनान आसान होगा, तो वहीं इस गेम से 2024 के चुनाव में नीतीश कुमार के महत्वकांक्षा को बल मिलेगा.

जानकारी के मुताबिक, प्रशांत किशोर जब शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से चुनाव से पहले मिलने गये थे. उस वक्त यह करार हो गया था कि प्रशांत शिवसेना को बीजेपी से निपटने के लिए गुर शिखायेगें और चुनाव बाद वही हुआ भी. लेकिन इसको लेकर अब उगलियां जेडीयू पर उठने लगी हैं तो पार्टी इससे पल्ला झाड़ रही है. वहीं, विपक्ष में बैठे नेताओं को हमला करने का मौका मिल गया है.

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