लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में हाई अलर्ट, डॉक्टरों की छुट्टी रद

Update: 2019-11-08 17:20 GMT

लखनऊ,  । अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले से पहले शुक्रवार को राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सीएमओ ने 'आपात स्थितियों' से निबटने के लिए अलर्ट बताया है। हालांकि, माना जा रहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल के संभावित फैसले को लेकर यह अलर्ट जारी किया गया है।

सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु, आरएलबी, बीआरडी समेत सभी जिला अस्पताल को अलर्ट का आदेश जारी कर दिया गया है। वहीं, ग्रामीण व शहरी इलाकों को मिलाकर लगभग 17 सीएचसी, 52 शहरी पीएचसी भी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अपडेट रहेंगी। विषम परिस्थितियों को संभालने के लिए केजीएमयू, पीजीआइ व लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान भी अलर्ट मोड पर होंगे। इस दौरान सरकारी चिकित्सक, कर्मियों के अवकाश निरस्त रहेंगे। अस्पतालों में बेड आरक्षित रहेंगे। इमरजेंसी में स्टाफ की संख्या भी पर्याप्त रहेगी। दवाओं को स्टॉक भी मेंटेन करने के लिए कहा गया है। यह आदेश 30 नवंबर तक लागू रहेगा।

कर्मियों में आक्रोश

डेंगू व स्वाइन फ्लू प्रकोप को लेकर डॉक्टर व कर्मियों को अवकाश नहीं मिल पा रहा है। अवकाश में भी लैब आदि में कार्य चल रहा है। ऐसे में 30 नवंबर तक के लिए नया आदेश आने से स्टाफ में आक्रोश है। 

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