झाँसी एन्काउन्टर मामले में दिल्ली में CM योगी का पुतला फूँका, सपा कार्यकर्ता गिरफ्तार

Update: 2019-10-15 15:03 GMT

 

दिल्ली : उत्तर प्रदेश के झांसी में पुलिस द्वारा फर्जी एन्काउन्टर में पुष्पेन्द्र यादव की हत्या ने यह साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में इस समय कानून का राज नही ंहै। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और मानव अधिकारों का हनन हो रहा है । जाति विशेष के लोगों को चिन्हित कर उनकी हत्याऐं की जा रही हैं। पुष्पेन्द्र यादव हत्याकाण्ड की आग अब दिल्ली तक भी पहुँच चुकी है और दलित, मुस्लिम व वालमिकी समाज ने पुष्पेन्द्र यादव के परिजनों को न्याय दिलाने के लिऐ संघर्ष का ऐलान कर दिया है।

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के पूर्व महासचिव एवं क्रान्तिकारी दलित नेता अनूप सागर के नेतृत्व में कई दलित संगठनों ने मिलकर आज 15 अक्टूबर 2019 को सुबह 11 बजे जन्तर मन्तर, नई दिल्ली पर एकत्रित होकर शान्तिमय सांकेतिक धरना दिया व प्रदर्शन किया। उसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूँका ।

पुलिस ने कार्यकर्ताओं से पुतला छीनने की कोशिश की , लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली, कार्यकर्ता पूरी तरह आक्रोशित थे और उत्तर प्रदेश की खूनी सरकार, बर्खस्त करो। यू.पी. में फर्जी एन्काउन्टर बन्द करो। पुष्पेन्द्र यादव के हत्यारों को, फाँसी दो। पुष्पेन्द्र यादव की विधवा को , सरकारी नोकरी दो।

पुष्पेन्द्र यादव के परिजनों को एक करोड़ रूपये मुआवजा दो। उत्तर प्रदेश में ''राम'' राज नहीं ''नाथू'' राम का राज है। यू.पी. सरकार, बर्खास्त करो। योगी हटाओ, यू.पी. बचाओ । जैसे गगनभेदी नारे लगा रहे थे।

आक्रोशित कार्यकर्ता जन्तर-मन्तर से संसद भवन तक जाना चाहते थे, लेकिन थाना संसद भवन पर पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हिरासत में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए क्रान्तिकारी दलित नेता अनूप सागर ने कहा विदित हुआ है कि 23 वर्षीय मृतक पुष्पेन्द्र यादव अपना स्वयं का कारोबार करते थे। उनके पास अपने दो ट्रक भी हैं। उनके पिता व भाई भारतीय सेना में देश की सेवा करते हैं। मृतक पुष्पेन्द्र यादव और उनके परिजनों का देश से इतना लगाव है कि उनके घर की छतों पर भारत का तिरंगा झण्डा बना है।

उन्होंनें कहा कि 5-6 अक्टूबर 2019 की रात को झांसी पुलिस के थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चैहान ने पुष्पेन्द्र यादव का एक ट्रक पकड़ लिया था, जब पुष्पेन्द्र यादव को पता चला तो वे अपना ट्रक छुड़ाने पहुँचे, वहां थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चैहान से उनकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और तभी थाना प्रभारी ने पुष्पेन्द्र यादव के सिर में गोली मार कर हत्या कर दी और झूठे एन्काउन्टर की कहानी रच दी। झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओ.पी. सिंह और उनके सभी अधीनस्थ पुलिस अधिकारी दोषी थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चैहान और सहयोगी पुलिस कर्मियों को बचाने में जुट गए।

अनूप सागर ने कहा कि झांसी पुलिस ने मृतक पुष्पेन्द्र यादव को गैंगस्टर बताकर दोषी पुलिस अधिकारियों को बचाने का प्रयास किया, जबकि मृतक पुष्पेन्द्र यादव के खिलाफ किसी भी थाने में कोई शिकायत या मुकदमा तक दर्ज नहीं है। मृतक पुष्पेन्द्र यादव की केवल 3 महीने पहले ही शादी हुई थी। मृतक पुष्पेन्द्र यादव की विधवा ने न्याय ना मिलने की स्थिति में आत्मदाह करने की

धमकी भी दी है और मतक पुष्पेन्द्र यादव की हत्या का दुख झेल रही उनकी दादी का आज 13 अक्टूबर 2019 को प्रातः निधन हो गया है। वे मृतक पुष्पेन्द्र यादव क गम को बर्दास्त नहीं कर सकी।

अनूप सागर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज ''रामराज'' नहीं ''नाथूराम'' राज चल रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के इशारे पर उत्तर प्रदेश की पुलिस ''ठोको नीति'' पर पर कार्य कर रही है। किसी भी धर्म, जाति, समाज के लोग सुरक्षित नहीं है। जनता की सुरक्षा करने वाली पुलिस ''खूंखार अपराधी'' की तरह जनता के साथ व्यवहार कर रही है। अपराधी लोग खुलेआम तांडव मचा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कानून का राज पूरी तरह समाप्त हो गया है। चारों तरफ जंगल राज कायम है। उत्तर प्रदेश की जनता मौत के साऐ में जी रही है।

उत्तर प्रदेश की खूनी सरकार भाजपा नेताओं के द्वारा नाबालिग बेटियों से तेल मालिश कराने और राज खुलने पर उनकी हत्या करने वाले, बेटियों के साथ बलात्कार करने वालों के साथ खड़ी है और जिन बेटियों के साथ ये घिनौने कार्य हो रहे हैं, उन्हें झूठे मुकदमों मंे फंसाकर जेल भेजा जा रहा है। उत्तर प्रदेश की खूनी और बलात्कारी सरकार के कारण बहन-बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश एवं दलित संगठनों के हजारों कार्यकर्ताओं को स्थानीय पुलिस ने कुछ देर बाद रिहा कर दिया। उसके बाद 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल ने भारत के महामहिम राष्ट्रपति जी को अपनी माँगों से सम्बन्धित ज्ञापन दिया, जिसमें निम्नलिखित माँगे की गई।

1. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की ख्ूानी सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।

2. उत्तर प्रदेश झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ओ.पी.सिंह व थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चैहान के खिलाफ तत्काल हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन्हें फाँसी दी जानी चाहिऐ।

3. मृतक पुष्पेन्द्र यादव की फर्जी एन्काउन्टर में हुई हत्या की जाँच माननीय उच्च न्यायालय के पदासीन न्यायधीश से कराई जानी चाहिऐ।

4. मृतक पुष्पेन्द्र यादव की विधवा को उसकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार तत्काल सरकारी नौकरी दी जानी चाहिऐ।

5. मृतक पुष्पेन्द्र यादव की विधवा को मुआवजे के रूप में एक करोड़ रूपये की धनराशि तत्काल दी जानी चाहिऐ।

6. मृतक पुष्पेन्द्र यादव के परिजनों को तत्काल पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिऐ।

7. उत्तर प्रदेश मं ''ठोको नीति'' से हो रहे फर्जी एन्काउन्टरों, पत्रकारों की हत्याओं, व राजनैतिक कार्यकर्ताओं की हत्याओं पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिऐ।

ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मण्डल मंे अख्तर हामिद, एडवोकेट, अनूप सागर, क्रांतिकारी दलित नेता, जाटव जयपाल शास्त्री, मदनलाल बाल्मीकि, पुष्पेन्द्र यादव, रविन्दर जोगी, मो0 बसीम सब्बाग क्रान्तिकारी समाजवादी नेता, रवि शंकर वाल्मीकि, आशुतोष यादव, मनमोहन गामा, गौरव सागर, आकाश सागर, मौ0 मजहर, राहुल कुमार, पंकज कुमार, भारत सागर, दीपक बेदी, आदि शामिल थे। 

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