लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 9 अक्टूबर को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव के परिजनों से मिलने के लिए झांसी जाएंगे. सोमवार को समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. इससे पहले सपा ने झांसी पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया था. बता दें कि रविवार तड़के सुबह मोंठ इंस्पेक्टर पर गोली चलाने वाले आरोपी खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था.
पुलिस के मुताबिक गुरसराय इलाके में पुलिस टीम को देखकर पुष्पेंद्र ने फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से पुष्पेंद्र घायल हो गया. घायल आरोपी को लेकर पुलिस जिला अस्पताल पहुंची, जहां डाॅक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
हमले से पहले इंस्पेक्टर को किया फोन
बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र दो दिन पहले छुट्टी पर अपने घर कानपुर गए थे. शनिवार की रात मोंठ इंस्पेक्टर कानपुर से अपनी कार से मोंठ आ रहे थे. खनन माफिया ने रास्ते में उनको फोन कर कहा कि वह मिलना चाहता है. इस पर इंस्पेक्टर ने मोंठ से पहले हाइवे पर मिलने के लिए कहा. जैसे ही वहां कार से इंस्पेक्टर पहुंचे खनन माफिया ने फायरिंग कर दी. गोली उनके बगल से निकल गई.
इसके बाद माफिया और उसके साथी ने इंस्पेक्टर पर हमला कर दिया. घटना की जानकारी पाकर डीआईजी सुभाष सिंह बघेल, एसएसपी डॉ. ओपी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक देहात राहुल मिठास समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गई.
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि दो दिन पहले मोंठ इंस्पेक्टर ने एक बालू माफिया की गाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सीज कर दी थी. इसके बाद बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है. एसएसपी ने बताया कि बदमाशों की तलाश में छापेमारी की जा रही है. वहीं, इंस्पेक्टर की हालत स्थिर बताई जा रही है. एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि गोली इंस्पेक्टर के गाल को छूते हुए निकल गई.