प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना भ्रष्टाचार के आरोप लगे

Update: 2019-10-07 06:20 GMT

मुरादाबाद बिलारी नागरिक एकता परिषद के कार्यकर्ताओं ने आज सोमवार को वार्ड नंबर 4 कस्बा बिलारी का भ्रमण किया। नागरिक एकता परिषद नगर में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से वंचित गरीब बेसहारा टूटे-फूटे कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों से जनसंपर्क कर रही है। ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है। जिसे संबंधित अधिकारियों को भेजा जाएगा। इस वार्ड में रेहाना नाम की एक विधवा है। जो मरहूम जुम्मा की पत्नी हैं। पूरा कच्चा मकान है। पन्नी डालकर गुजर-बसर करती है। तीन चार बार प्राइवेट संस्था के लोग कागज ले जा चुके हैं लेकिन अभी तक इसका चयन प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत नहीं किया गया। यह एक भ्रष्टाचार का जीता जागता नमूना है। इनके पड़ोस में एक सौ गज का प्लाट किसी व्यक्ति का है। उस व्यक्ति का शहरी आवास योजना में चयन हो चुका है। ऐसी हालत में विधवा के दिल पर क्या बीत रही होगी इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। पड़ोसी की एक किश्त भी आ गई है। जबकि विधवा रिहाना पात्र महिला है। उसका चयन न किया जाना भ्रष्टाचार की तरफ सीधा इशारा करता है। बता दें कि नगर बिलारी में जिला विकास अभिकरण डूडा द्वारा एक प्राइवेट कंपनी को नगर बिलारी के गरीब लोगों का प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में चयन करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके दर्जनभर कारिंदे नगर में घूम-घूम कर गली गली कूचे से पात्र लोगों को तलाश कर रहे हैं। उनकी रिपोर्ट पर ही इस योजना में रकम सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जा रही है। इस योजना में आवेदन करने का अब कोई प्रावधान नहीं है। यह जिम्मेदारी डूडा द्वारा पोषित प्राइवेट कंपनी की है। प्राइवेट कंपनी के कारिन्दों पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। बताया जाता है कि कंपनी के कर्मचारियों ने अपात्र लोगों से कहीं-कहीं सीधे और कहीं कथित दलालों के माध्यम से 20 हजार से 50 हजार रुपये तक की रिश्वत देकर प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना की सुविधा उपलब्ध करा दी है। अब जरूरत इस बात की है कि इस वार्ड का सर्वे उच्च स्तरीय प्रशासनिक टीम द्वारा कराया जाए यदि अपात्र लोग योजना का लाभ लेने वाले पाए जाते हैं तो ठेकेदार कंपनी से रकम की वसूली की जाए तथा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारी और प्राइवेट के कर्मचारियों में आपसी गठजोड़ बताया जाता है। एक मामले में डूडा के अधिकारी द्वारा स्वयं जांच की गई। वह व्यक्ति अपात्र पाया गया।उसको दो किश्तें जारी हो चुकी थी।उसकी रिकवरी के लिए नोटिस भी कार्यालय से जारी हो गया था लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी रिकवरी नहीं हुई है। रिकवरी के आदेश कार्यालय की लालफीताशाही में कैद कर दिए गए हैं। जुम्मा की विधवा पत्नी रेहाना के घर नागरिक एकता परिषद के कार्यकर्ता पहुंचे और उसके मकान की हालत देखी तो वह भी आश्चर्यचकित रह गए। जबकि विधवा फूट-फूट कर रोने लगी। वीडियो ग्राफी नागरिक एकता परिषद के महामंत्री मोहम्मद आसिफ कमल एडवोकेट द्वारा की गई। इस मौके पर परिषद के अध्यक्ष प्रेम कुमार पूर्व सभासद हाजी सुबहान अली नसीम अहमद उर्फ हप्पू राजा मोहम्मद खुर्शीद साजिद हुसैन सलीम अहमद अब्दुल वहीद सिहारी लद्दा के पूर्व प्रधान ठाकुर इंद्रपाल सिंह आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।........

रिपोर्ट वारिस पाशा जनता की आवाज से बिलारी मुरादाबाद  

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