कल 17 जुलाई से सूर्य दक्षिणायन हो जायेगें।देवताओ की रात्रि शुरू हो जायेगी। इस कर्क संक्रांति के फलानुसार कही कही प्रलयंकारी वर्षा होगी। शनि की मकर राशि में स्थित वक्री मंगल और वक्री शनि के कारण भयंकर भूकम्प और भूस्खलन की भी पूर्ण सम्भावना है। देश और संसार का पूर्वोत्तर भाग ज्यादा प्रभावित होगा।