सूबे के सभी बेघरों व कच्चे मकान वाले गरीब परिवारों को लोहिया आवास देने का एलान सपा के घोषणापत्र के अहम वादों में शामिल हो सकता है। समाजवादी सरकार आने वाले दिनों में दोबारा सत्ता में लौटने पर इसे लागू करने का वादा कर सकती है।
मुख्यमंत्री इस तरह की कई अन्य चालू योजनाओं का विस्तारित स्वरूप पेश कर सत्ता में आने पर उसका लाभ दिलाने का वादा कर चुके हैं। पर, सभी बेघरों को लोहिया आवास देने की शुरुआत इस वित्त वर्ष में कर पाना मुमकिन नजर नहीं आ रहा।
शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि सपा सरकार उन योजनाओं को बड़े स्तर पर अपने चुनाव घोषणापत्र में शामिल करने की तैयारी कर रही है जिन्हें वह इस सरकार में सफलता से लागू कर सराहना बटोर चुकी है। कई मौकों पर इन कामों का उदाहरण दिया जाता है। इसी तरह सभी बेघरों व कच्चे मकान वाले गरीबों को लोहिया आवास भी सपा घोषणापत्र का अहम हिस्सा हो सकता है।
सरकार के नीतिगत फैसले से सभी बेघरों का सर्वे, योजना पर खर्च का आकलन और अगले बजट के लिए धनराशि की मांग जैसा काम जरूर शुरू हो जाएगा लेकिन चुनाव से पहले इसका लागू होना संभव नहीं दिख रहा।
शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि सपा सरकार उन योजनाओं को बड़े स्तर पर अपने चुनाव घोषणापत्र में शामिल करने की तैयारी कर रही है जिन्हें वह इस सरकार में सफलता से लागू कर सराहना बटोर चुकी है। कई मौकों पर इन कामों का उदाहरण दिया जाता है। इसी तरह सभी बेघरों व कच्चे मकान वाले गरीबों को लोहिया आवास भी सपा घोषणापत्र का अहम हिस्सा हो सकता है।
सरकार के नीतिगत फैसले से सभी बेघरों का सर्वे, योजना पर खर्च का आकलन और अगले बजट के लिए धनराशि की मांग जैसा काम जरूर शुरू हो जाएगा लेकिन चुनाव से पहले इसका लागू होना संभव नहीं दिख रहा।