वासुदेव यादव
अयोध्या। फैजाबाद, अयोध्या राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए खडेश्वरी मंदिर के प्रांगण में वृहद धार्मिक अनुष्ठान का श्रीगणेश हुआ। इसके तत्वाधान में सवा करोड़ पार्थिव रूद्राभिषेक, विराट संत सम्मेलन, राम कथा, रामार्चा पूजन, एवं नवग्रह वाटिका का रोपण होगा। पार्थिव पूजन 17 फरवरी से 21 के बीच सुबह 121 वैदिक आचार्यो के कुशल मार्ग दर्शन में होगा।
इसी क्रम में यहां मंदिर से सुबह विशाल शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें 501 ध्वजवाही भक्तगण, और हनुमानगढ़ी का निशान शामिल रहा, यात्रा में हाथी घोड़े और रथ पर विराजमान देवों के स्वरूप और अन्य रथों पर सवार संत महंत-साधु यात्रा में चार चांद लगा रहे थे। इससे पूर्व कार्यक्रम आयोजक स्वामी दिलीपदास महराज के नेतृत्व में यह यात्रा मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस यात्रा का महंत कमलनयनदास महराज द्वारा मणिरामदास छावनी मंदिर पर स्वागत किया गया। इसमें काफी संख्या में श्रद्धालूगण कई प्रांतो के शामिल रहे और नाचते गाते झूमते दिखे। यह शोभायात्रा मंदिर से निकलकर जानकी महल, तपश्वी छावनी, हनुमानगढ़ी व तुलसी उद्यान से होते हुए सरयू नदी के तट पर पहुंची। वहां पर सरयू पूजन और कलश में जल भरने के उपरांत यात्रा अपने गंतव्य पर पहुंची। इस यात्रा में हनुमानगढ़ी के नागा बाबाओं के हैरत अंगेज करतब और भारी भरकम जुलूस आकर्षक का केंद्र बिंदु रहा। इसके उपरांत कार्यक्रम स्थल पर कलश की स्थापना हुई। देर शाम यहां पर स्वामी बाल भरतदास के मुखार बिंदों से अमृतमयी रामकथा की वर्षा हुई। जिसका पानकर भक्तगण धन्य हुए और भक्ति में लीन होकर गोता लगाते दिखे।
इस दौरान मंदिर के महंत परमार्थ गौ संत सेवी महंत रामप्रकाश दास जी महराज, आंजनेय सेवा संस्थान के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास, महंत बजरंगदास महात्यागी, महंत रामबिहारीदास, संतोषजी, महंत सालिकरामदास,, रामटहलदास जी आदि शामिल रहे। कार्यक्रम के शुरूआत में सभी संतजनों का स्वागत सत्कार किया गया। जबकि अंत में सभी अतिथियों के प्रति आयोजक स्वामी दिलीपदास त्यागी व आयोजन समिति ने आभार भी ज्ञापित किए।