कासगंज में किस तरह एक मामूली विवाद को सांप्रदायिक हिंसा में बदलने की साजिश की गई, उसका राज अब खुलता जा रहा है. इसी क्रम में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो सोशल नेटवर्किंग के जरिए नफरत फैलाने का काम कर रहा था.
कासगंज हिंसा में व्हाट्सएप ग्रुप पर आपत्तिजनक और भड़काऊ मैसेज पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने ग्रुप एडमिन राम सिंह और ग्रुप मेंबर अजय गुप्ता को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए शख्स व्हाट्सऐप पर आगजनी का वीडियो और भड़काऊ बातें लिखकर पोस्ट करते थे.
बताते चले की उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौक़े पर निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के दौरान हुई एक झड़प ने साम्प्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था. हिंसा में चंदन गुप्ता नाम के एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी.
वहीं, नौशाद नाम का एक शख्स घटनास्थल पर कथित रूप से गोलीबारी की चपेट में आने से घायल हो गया था. इस घटना के बाद अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा. गलियों से लेकर सोशल मीडिया तक झूठी सूचनाएं फैलाई गई.