जेपी यादव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही भूमाफियाओं के लिए एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स बनाया हो और अधिकारियों को चेतावनी दे रहे हो कि वह सभी पीड़ितों के सामने शालीनता से पेश आएं। लेकिन ढीठ हो चुके अफसर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मेरठ जिला का है। यहां बॉर्डर पर तैनात एक बीएसएफ का जवान रो-रो कर अपनी दास्तान बता रहा था। बीएसएफ जवान का कहना है कि भू-माफियाओं ने उसकी जमीन कब्जा ली है। SDM भू-माफियाओं से भूमाफियाओं से सांठगांठ करके जमीन कब्ज़ा करा रहे हैं। जब वह डीएम कार्यालय में शिकायत करने अपने बूढ़े पिता के साथ गया तो अधिकारियों ने उसके साथ अभद्रता की। पीड़ित फौजी कारगिल युद्ध में भाग ले चुका है और उसने बॉर्डर पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।
फौजी की जमीन पर भूमाफियाओं ने किया कब्ज़ा
बॉर्डर सुरक्षा फोर्स यानी बीएसफ के एक जवान ने अपनी दर्दभरी कहानी सुनाई तो मेरठ जिलाधिकारी कार्यालय में सभी की आंखे भर आयीं।नायब सूबेदार जगबीर सिंह ने बताया कि वह मेरठ जिला के इचौली थाना क्षेत्र के जलालाबाद उर्फ जलालपुर गांव का रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम मंगलू सिंह है। उनके पिता की गांव में ही खसरा नंबर 486 पर 4820 मीटर जमीन है। जबकि फौजी की पत्नी सीमा सिंह के नाम खसरा नंबर 485 की जमीन है। इस जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। फौजी कारगिल युद्ध में भी भाग ले चुका हैं।
इस समय वह गुजरात में पाकिस्तान के बॉर्डर पर तैनात है। फौजी के मुताबिक, भूमाफियाओं ने फौजी की जमीन कब्जा ली है। जब वह स्थानीय थाने पर गया तो पुलिस ने उसे भगा दिया। पीड़ित ने इसकी शिकायत कमिश्नर से की तो उन्होंने एसडीएम सरधनाराकेश कुमार को कार्रवाई के लिए लिख दिया। आरोप है कि एसडीएम ने भूमाफियाओं से साठ गांठ करके जमीन कब्जा करवा दी।