वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा गुरुवार को पेश किए गए आम बजट 2018 में अन्नदाताओं को राहत से यूपी के किसानों में खुसी की लहर है. बजट में फसल की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य की घोषणा के बाद आगरा के आलू किसानों में बेहद खुशी है . किसानों ने खुशी जाहिर की है कि अब तक आलू किसान परेशान था और ख़ुदकुशी भी कर रहा था. लेकिन इस बजट में मिली राहत से किसानों को फायदा होगा. इतना ही नहीं लगातार हो रहे घाटे से भी किसानों को निजात मिलेगी.
बजट में राहत के बाद किसानों ने केंद्र सरकार का शुक्रिया भी अदा किया. आलू किसान रमेश कहते हैं, " पिछले दो सालों में किसान बर्बाद हो चुके हैं. लागत तो छोड़िए, घर से पैसा लगाकर किसान बर्बाद हो गए. अब सरकार ने लागत से डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने की घोषणा की है तो राहत मिलेगी और किसान खुदकुशी नहीं करेगा. सरकार को इसके लिए बधाई. अगर दो गुना हो जाता तो और अच्छा होता."
वहीं एक और किसान गोविन्द कहते हैं, " सरकार के इस फैसले से किसानों की जान में जान आएगी. जो किसान आत्महत्या कको मजबूर था अब वह ऐसा नहीं करेगा. किसानों की हित में केंद्र सरकार ने ये सराहनीय कार्य किया है. अगर इसे दोगुना कर दिया होता तो और अच्छा होता."
वहीं इलाहाबाद के अर्थशास्त्रियों ने इसे आर्थिक सुधारों का बजट बताया है. इलाहाबाद केन्द्रीय विश्व विद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के शिक्षकों और शोध छात्रों ने बजट को संतुलित बताया. उन्होंने कहा है कि सरकार ने बजट में इनफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ ही किसानों और बुजुर्गों को विशेष राहत दी है. हांलाकि लोगों का ये भी मानना है कि टैक्स स्लैब न बढ़ाये जाने से मध्यम वर्गीय नौकरी पेशा लोगों की उम्मीदों को बजट से झटका भी लगा है.