जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सेना द्वारा की गई फायरिंग का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से सेना पर एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन अब जवाब में सेना ने भी काउंटर एफआईआर दर्ज कराई है। मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक शोपियां में फायरिंग के वक्त पत्थरबाजी कर रहे लोगों के खिलाफ काउंटर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
क्या है मामला
शोपियां के गनोवपुरा में शनिवार को पत्थरबाजों का मुकाबला करने के लिए सेना का मजबूरन फायरिंग करनी पड़ी थी।
रविवार को सेना की गढ़वाल इकाई के 10 कर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। प्राथमिकी में मेजर का भी नाम लिया गया है जो घटना के समय सैनिकों का नेतृत्व कर रहे थे।
महबूबा मुफ्ती नीत राज्य सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। सेना ने दावा किया कि हमलावर हुई भीड़ के हाथों सात जवानों के घायल होने के बाद उसने आत्मरक्षा के लिए गोलीबारी की थी।
इस मामले में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और बीजेपी आमने-सामने है।
सुब्रमण्यम स्वामी नाराज
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की सीएम ने सदन में कहा कि उन्होंने शोपियां में सेना की फायरिंग का मामला रक्षा मंत्री की जानकारी में लाया है, अगर कोई अपराध हुआ है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी। स्वामी ने यह भी कहा कि इस बात पर आश्चर्य है कि रक्षा मंत्री ने अब तक इस मामले पर कोई जवाब नहीं दिया है। क्या उनकी चुप्पी को स्वीकृति समझा जाए। स्वामी ने कहा कि यह पार्टी की नीतियों, भावनाओं और देशभक्ति के खिलाफ है और अगर इस बात का जवाब 2 फरवरी तक नहीं मिलता है तो वह इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे।
स्वामी ने साधा प्रदेश सरकार पर निशाना
मंगलवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि यह क्या बेहूदगी है। इस सरकार को बर्खास्त करना चाहिए। स्वामी ने कहा था कि महबूबा को कहो कि ये FIR वापस ली जाये नहीं तो उनकी सरकार बर्खास्त कर दी जायेगी। हम ऐसी सरकार क्यों चला रहे हैं? मैं अब तक इस बात को समझ नहीं पा रहा हूं। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के शोपियां में 2 नागरिकों की मौत होने से सेना के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।