नई दिल्ली: आज पूरे देश में 69वा गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दौरान दिल्ली के राजपथ पर निकल रही झाँकियो से हिंदुस्तान पूरी दुनिया को अपनी ताक़त का अहसास करा रहा है। गणतंत्र दिवस परेड में इस बार आसियान देशों के प्रमुखों को मेहमान के तौर पर बुलाया गया है। इसके अलावा देश के गणमान्य व्यक्ति भी परेड को देखने राजपथ पर मौजूद रहे।
लेकिन इस बार की परेड में एक चौकाने वाला दृश्य भी देखा गया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छठी पंक्ति में बैठे दिखायी दिए। जबकि परंपरा के अनुसार विपक्षी दल का अध्यक्ष पहली पंक्ति में बैठता है। इसलिए इस मुद्दे पर राजनीति होनी थी और हुई भी। कांग्रेस ने इस मामले में मोदी सरकार को घसीटते हुए कहा की यह मोदी सरकार की औछी हरकत है। हालाँकि भाजपा की और से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नही आयी है।
लेकिन इससे भी चौकाने वाली बात यह है की पहले राहुल गांधी को चौथी पंक्ति में जगह दी गयी थी। लेकिन जब इस पर विवाद बढ़ा तो उनको जगह को चौथी पंक्ति से बदलकर छठी पंक्ति कर दिया गया। जबकि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी को हमेशा पहली पंक्ति में जगह दी गयी। इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने इसे प्रोटोकाल का उलंघन बताया।
उन्होंने कहा,' हां, हमें पता चला है कि राहुल गांधी को गणतंत्र दिवस समारोह में चौथी पंक्ति में जगह दी गई है। यह काफी ओछी हरकत है। राहुल को चौथी पंक्ति में जगह 'सरकार के कहने पर दी गई है क्योंकि अधिकारी खुद यह निर्णय नहीं ले सकते। यह भाजपा सरकार का तरीका है, वे लोग आसियान नेता और भारत के लोगों के सामने कांग्रेस पार्टी और इसके अध्यक्ष को नीचा दिखाना चाहते हैं। इस तरह वह यह बताना चाहते हैं कि वह (राहुल) और कांग्रेस पार्टी की कोई अहमियत नहीं रह गई है।'