लखनऊ - विधानमंडल का बजट सत्र फरवरी के दूसरे सप्ताह से शुरू होने की उम्मीद है, जिसमें योगी सरकार अपना दूसरा बजट प्रस्तुत करेगी। बजट सत्र एक माह से ज्यादा चलने की संभावना है। इसी सत्र में उत्तर प्रदेश संगठित अपराध नियंत्रण (यूपीकोका) विधेयक -2017 को विधानसभा में दोबारा पारित किया जा सकता है।
गौरतलब है कि यूपीकोका विधान परिषद में पारित नहीं हो सका और प्रवर समिति को सौंप दिया गया था। प्रवर समिति द्वारा बिना संशोधन किए विधेयक को वापस लौटा देने के बाद इसको विधानसभा में फिर प्रस्तुत किया जाएगा। उधर, योगी सरकार अपने दूसरे बजट की तैयारी में जुट गई है। वित्तीय वर्ष 2018-19 के इस बजट को फरवरी के दूसरे या तीसरे हफ्ते में विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश किये जाने की संभावना है। सरकार के आगामी बजट का आकार चार लाख करोड़ रुपये से अधिक होगा। बुनियादी ढांचे पर जोर के साथ युवाओं, किसानों, महिलाओं और वंचितों को बजट में तरजीह दिये जाने के आसार हैं।