रामपुर - लोकसभा में एक बार में तीन तलाक को अवैध करार देने वाले मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2017 को मंजूरी मिलने से पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां खुश नहीं है। आजम खां ने इस बिल के पास होने का ठीकरा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर फोड़ दिया है।
तीन तलाक बिल पर समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता आजम खां ने कहा कि आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की जिम्मेदारी थी कि इन मामलों को पहले से ही कर लेते। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड आज तक निकाह नामा भी तैयार नहीं कर सका है। कुरआन में तलाक की शर्ते और तरीका मौजूद है, पर्सनल ला बोर्ड तो उसी को ध्यान में रखकर अपनी तरफ से पहले बिल ड्राफ्ट कर सकता था। आजम खां ने कहा कि शाहबानो केस में गुजारा भत्ता को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट फैसला दे चुका है। एक बार सुप्रीम कोर्ट ने जो तय कर दिया, मेरी राय में उस पर कोई कानून नहीं आ सकता। कभी कभी पति और पत्नी ऐसे हालात में पाए जाते हैं जो नाकाबिले बर्दाश्त हो, उसपर कानून साइलेंट है।
लोकसभा में बिल पास होने पर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां ने बड़ा बयान देकर नयी चर्चा शुरू कर दी है। आजम खां ने कहा कि केंद्र सरकार को इस कानून के जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को विश्वास में लेने के बाद इस बिल को लागू करना चाहिए। सरकार के जल्दबाजी करने के सवाल पर आजम ने कहा कि ये जल्दबाजी नहीं ज्यादती की गयी है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के साथ ही मुस्लिम युवाओं का ख्याल भी रख लेते तो ज्यादा अच्छा होता। आजम ने कहा कि हम भले कुछ कह दें मगर दुनिया सरकार के इस फैसले का स्वागत कभी नहीं करेगी।
विधानसभा से हटाई जाए टीपू सुल्तान की तस्वीर
पूर्व मंत्री आजम खां ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में लगी हैदर अली और टीपू सुल्तान की तस्वीरें हटाई जाएं। इस संबंध में उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भी लिखा है। आजम खां ने कहा टीपू सुल्तान को लेकर देश के बड़े-बड़े नेताओं ने बड़े ही आपत्तिजनक और भोंडे बयान दिए हैं, जिससे समाज कमजोर हो रहा है। जिसके कारण रिश्ते टूट रहे हैं और मुल्क की अर्थ व्यवस्था चरमरा रही है।
आजम खां ने कहा कि ऐसे हालात में उत्तर प्रदेश विधानसभा गैलरी में लगी हुई ऐसी तस्वीरें, जिनसे कभी भी उन्माद पैदा हो सकता है, इन्हे लेकर विधायक कर्नाटक जैसा माहौल पैदा कर सकते हैं। इसके कारण यहां लगी हैदर अली, टीपू सुल्तान और बेगम हजरत महल आदि की तस्वीरों को हटा दिया जाए, ताकि भविष्य में इस पर कोई विवाद न हो।
प्रदेश के नेताओं पर बीस हजार मुकदमे वापस लेने को लेकर आजम खां ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक मुकदमे में मुल्जिम थे। उस एक केस की वापसी के लिए यह सब हुआ। 19999 केस वापस लेने की क्या जरूरत थी। मुख्यमंत्री के नोएडा जाने को लेकर उन्होने कहा कि आने वाले वक्त में योगी जी तो मोदी जी की जगह लेने वाले हैं और उन्हे लेनी भी चाहिए।