आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं खराब खाने की पोल खोलने वाले तेज बहादुर

Update: 2017-11-17 03:02 GMT
आर्मी के खराब खाने की पोल खोलने वाले तेज बहादुर को नौकरी से निकाल दिया गया था. तेज बहादुर को इस मामले में कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ा. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने खराब खाने की पोल खोलने को खराब अनुशासन माना है.
हालांकि तेज बहादुर की सोशल मीडिया पर खराब खाने की शिकायत से फर्क आया है. उसके दोस्त विडियो कॉल कर बताते हैं कि अब उन्हें अच्छा खाना मिलता है. तेज बहादुर बताते हैं, 'करीब डेढ़ लाख लोग मुझसे ऑनलाइन अब भी जुड़े हैं, रोजाना चालीस पचास नए लोग कॉल करते हैं.' तेज बहादुर ने जब सोशल मीडिया के जरिए लड़ने की ठानी तो उसकी दाल रोटी खराब थी पर परिवार की ठीक ठाक था. लेकिन अब तेजबहादुर के परिवार के आगे संकट गहरा गया है. बीएसएफ में बेटे की दुर्दशा देख बुजुर्ग बाप को दिल का दौरा पड़ गया था. वहीं बेटे की पढ़ाई और और पिता की दवाई का खर्चा तेज बहादुर के हौसले को ललकारता है. लेकिन तेज बहादुर के पिता उसका हौसला बढ़ाते हैं.
आर्थिक तंगी का आलम यह है कि तेज बहादुर की पत्नी को एक प्राइवेट नौकरी करना पड़ रही है. तेज बहादुर कहते हैं कि दादा स्वतंत्रता सेनानी थे उनकी गाथा तो अमर हो गई. सुभाष चंद्र बोस ने 'आजाद' नाम दिया था उनको. अब उनका पोता होने के नाते मेरी भी आजादी की लड़ाई जारी रहेगी.
ये अलग बात है कि पैसों की तंगी से परेशान तेज बहादुर के पुश्तैनी खेत हैं. लेकिन पिता के मुताबिक कर्ज लेकर खेती करना मुश्किल है. हालांकि अब तेज ने खेती संभाली है. लेकिन अभी तो पुराना चुकता करने में ही दो तीन सीजन निकल जाएंगे. आगे भी राम हवाले ही है.

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