सपा प्रत्याशी दमयंती सिंह का नामांकन कराने पहुंचे सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुकी का एएसपी से विवाद हो गया। प्रवेश गेट पर एएसपी ने जिलाध्यक्ष का हाथ पकड़कर उन्हें बाहर जाने के लिए कह दिया। इसी को लेकर बवाल बढ़ गया। जिलाध्यक्ष और एएसपी के बीच खूब नोकझोक हुई। आखिरकार उन्होंने उनके सामने अपनी भड़ास भी मीडिया कर्मियों के सामने निकाली। जिलाध्यक्ष के साथ बर्ताव पर युवा सपाइयों का पारा गर्म हो गया और उन्होंंने पुलिस को खूब खरी खोटी सुनाईं।
सपा प्रत्याशी के नामांकन कराने को आधा सैकड़ा से अधिक लोग कलेक्ट्रेट गेट के अंदर दाखिल हो गए थे। आरओ कक्ष से पहले अंदर जाने के स्थान पर पुलिस कर्मियों की डयूटी लगाई गई थी। सपा प्रत्याशियों का हुजूम जैसे ही आरओ कक्ष की ओर प्रवेश द्वार से घुसने को हुआ पुलिस ने सख्ती से सपाइयों को रोक दिया। इसी को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। पुलिस से धक्का मुक्की हुई। एसओ अमृतपुर नरेंद्र गौतम ने यहां पर भी जिलाध्यक्ष को नहीं जाने दिया। अन्य पुलिस कर्मियों ने मोर्चा संभालते हुए सिर्फ पांच लोगों को अंदर जाने की इजाजत दी। नामांकन कक्ष के बाहर इसको लेकर काफी अफरा तफरी का माहौल हो गया। सपाइयों के बिगड़े तेवर को देखकर एएसपी कुछ ही देर बाद मौके पर पहुंचे। जब वह पहुंचे तो प्रवेश कक्ष के बाहर सपाइयों का जमघट लगा हुआ था। अंदर जाने के स्थान पर जिलाध्यक्ष बीच में ही खड़े थे। यहां पर मौजूद लोगों को एएसपी ने बाहर जाने को कह दिया। मगर जिलाध्यक्ष फारुकी खड़े रहे। इस पर एएसपी ने उनका हाथ पकड़ा और बाहर जाने को कह दिया। इसी में जिलाध्यक्ष का पारा गर्म हो गया और उनकी एएसपी से खूब नोकझोंक हो गई। हालांकि एएसपी ने नरमी बरती। एएसपी के व्यवहार से नाराज सपा नेता रजत क्रंातिकारी, रंजीत चक आदि ने हंगामा खड़ा कर दिया। हालांकि वरिष्ठ सपाइयों ने उन्हें समझाकर शांत कर दिया।