लखनऊ : विधानसभा के चुनावी अखाड़े में कूदने से पहले समाजवादी पार्टी वोटरों को पक्ष में करने के त्रिस्तरीय प्रयास करेगी। पहले युवा टोली गली-गांव घूमकर समस्याओं का ब्योरा जुटाएगी फिर मंत्री मौके पर जाकर उसका निस्तारण करेंगे। आखिर में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ‘पूरे हुए वादे, अब नए इरादे’ उद्घोष के साथ पांच और साल मांगने विकास रथ लेकर निकलेंगे।1मुलायम सिंह के ‘वादे’ व अखिलेश के युवा जोश के बल पर 2012 में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी अब मुख्यमंत्री अखिलेश की विकास योजना को सामने रखकर 2017 का चुनाव लड़ेगी, जाहिर है इस राह में कई मुश्किलें और बाधाएं भी हैं। जिससे पार पाने के लिए पार्टी ने त्रिस्तरीय रणनीति बनायी है। जिसमें युवा ब्रिगेड को गांवों में जाकर लोगों की समस्याएं सुननी है। नौ जुलाई को मुलायम, अखिलेश प्रदेश कार्यालय में जिला पंचायत अध्यक्षों व विधान परिषद सदस्यों को जनता की समस्याएं समझने का तौर-तरीका बताया जाएगा। फिर 13 व 14 जुलाई को अखिलेश यादव छात्रसभा, लोहिया वाहिनी, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के पदाधिकारियों के साथ चुनावी तैयारियों पर चर्चा करेंगे। सूत्रों का कहना है युवा संगठनों के पदाधिकारियों को सरकार की योजनाओं का गांव-गांव तक पहुंचाने का जिम्मा सौंपा जाएगा। साथ ही गांव की समस्याओं पर रिपोर्ट ली जाएगी बूथ कमेटियों को सक्रियता और छोटे कार्यकर्ताओं के महत्व पर भी चर्चा होगी।1सूत्रों का कहना है कि गांव-गांव का दौरा करने वाले कार्यकर्ताओं द्वारा बतायी गयी जन समस्याओं का निराकरण कराने के लिए मंत्रियों को गांव में भेजकर उसका निराकरण कराया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विकास रथ लेकर प्रदेश व्यापी दौरे पर निकलेंगे।