लखनऊ में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी जानबूझकर सपा सरकार पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वहीं आया राम गया राम से बसपा के जनाधार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला हैं. लोकसभा चुनाव में भले ही लोग बीजेपी के झांसे में आ गए हों, लेकिन अब कोई इनके झांसे में नहीं आएगा.
भले ही ये ओबामा और बड़े-बड़े नेताओं के नाम लेते रहें. बीजेपी को अगर इस बार वोट लेना है तो इन्हें लोकसभा के दौरान किए गए वादों पर खरा उतरना होगा, लेकिन इनके अब तक के रवैये से ऐसे नहीं लग रहा है.
मायावती ने कहा कि जहां एक तरफ किसान आत्महत्या कर रहे हैं, दूसरी तरफ किसानों का इस्तेमाल पूंजीपति अपनी ब्लैकमनी को व्हाइट करने के लिए किया जा रहा है.ब्लैकमनी के 15 लाख रुपए अगर किसानों को दे दिएं जाएं तो उनका भला हो जाएगा, लेकिन बीजेपी किसानों की नहीं धन्नासेठों की पार्टी है.
माया ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी ने कहा था कि देश का काला धन जो विदेशों में जमा है, उसे हम सरकार बनने के 100 दिन के अंदर वापस लाएंगे. उसमें से गरीब परिवारों को 15 लाख रुपए देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब बसपा को मजबूत करने की जरूरत हैं.
मायावती ने बीजेपी के बूथ सम्मेलनों और कानून व्यवस्था के सवालों को नाटकबाजी बताते हुए कहा कि चुनावी लाभ के लिए सपा और भाजपा दोनो मिले हुए है. वहीं मायावती ने केंद्र सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि उत्तराखंड में हुई भारी तबाही से उबरने वो प्रदेश की मदद करें.
भले ही ये ओबामा और बड़े-बड़े नेताओं के नाम लेते रहें. बीजेपी को अगर इस बार वोट लेना है तो इन्हें लोकसभा के दौरान किए गए वादों पर खरा उतरना होगा, लेकिन इनके अब तक के रवैये से ऐसे नहीं लग रहा है.
मायावती ने कहा कि जहां एक तरफ किसान आत्महत्या कर रहे हैं, दूसरी तरफ किसानों का इस्तेमाल पूंजीपति अपनी ब्लैकमनी को व्हाइट करने के लिए किया जा रहा है.ब्लैकमनी के 15 लाख रुपए अगर किसानों को दे दिएं जाएं तो उनका भला हो जाएगा, लेकिन बीजेपी किसानों की नहीं धन्नासेठों की पार्टी है.
माया ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी ने कहा था कि देश का काला धन जो विदेशों में जमा है, उसे हम सरकार बनने के 100 दिन के अंदर वापस लाएंगे. उसमें से गरीब परिवारों को 15 लाख रुपए देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब बसपा को मजबूत करने की जरूरत हैं.
मायावती ने बीजेपी के बूथ सम्मेलनों और कानून व्यवस्था के सवालों को नाटकबाजी बताते हुए कहा कि चुनावी लाभ के लिए सपा और भाजपा दोनो मिले हुए है. वहीं मायावती ने केंद्र सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि उत्तराखंड में हुई भारी तबाही से उबरने वो प्रदेश की मदद करें.