- राजा दशरथ महल मंदिर में धनुषधारी भगवान की सुभव्य मनोहारी, फूल-बंग्ला झांकी बनी भक्तों के श्रद्धाकर्षण का केन्द्र
- गीत संगीत और कत्थक नृत्य की बही त्रिवेणी, हुई महाआरती और वृहद प्रसाद बितरण का आयोजन
- हजारो भक्तों नेताओं व अधिकारियों ने झांकी का दर्शन पूजन कर स्वयं का किया धन्य
अयोध्या 29 जून। {वासुदेव यादव}अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चक्रवर्ती महाराज श्री दशरथ जी के राज महल बड़ास्थान में विराजमान श्री धनुषधारी भगवान की सुभव्य मनोहारी, अलौकिक फूल-बंग्ला झांकी भक्तों के श्रद्धाकर्षण का केन्द्र बनी। नाना प्रकार के विभिन्न प्रांतों से मंगाये गये सुगंधित पुष्पों से सजी फूलबंग्ला झांकी के दर्शनार्थ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी।
गौ संत परमार्थ सेवी विन्दुगाद्याचार्य स्वामी श्री देवेन्द्रप्रसादाचार्य जी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित इस फूल-बंग्ला झांकी मंे भगवान धनुषधारी की बेला, चमेली, गुलाब, गेंदा सहित अन्य सुगंधित पुष्पों से सजी भव्य झांकी में भक्तो को दर्शन देकर कृतार्थ किया। इससे पूर्व विविध धार्मिक सांस्कृतिक आयोजनों के साथ धनुषधारी भगवान की आरती भी उतारी गयी। इस पुनीत अवसर पर अनेक शास्त्रीय संगीतज्ञों ने अपने सुमधुर भजनों, गीतों, वाद्य यंत्रों की प्रस्तुती देकर भगवान के प्रति अपनी आस्था निवेदति किए। तबकि स्वामी कृपालू जी महाराज ने आएं संतों का माला पहनाकर ज्ञवागत सम्मान किए।
इस फूलबंग्ला झांकी के अवसर पर न्यास अध्यक्ष श्रीम.नृत्यगोपालदास जी महाराज, डीआईजी फैजाबाद श्री साहूजी, म.कन्हैयादास रामायणी, म.रामशरणदास, अधिकारी श्रीरामबल्लभाकंुज राजकुमारदास, महंत जनमेजयशरण, म.मनमोहनदास, म.रामकुमारदास, म.नारायणाचारी, प.विष्णु प्रसाद नायक शास्त्री, पुजारी रमेशदास, नागा रामलखनदास, म.गिरीशपति त्रिपाठी, शिवपूजनदास, पवनदास, पुजारी द्वारिकादास, जयरामदास, राघवेद्रदास, सरेंद्रदास, मायारामदास, सूर्यनारायण्सदास, महंत रामशरणदास, डाॅ. सुनीता शास्त्री, ज.गु. निदेशाचार्य, एमबीदास, महंज उद्धवशरण, रामबिहारीदास, वकील ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, गुरूचरण यादव, सहित बड़ी संख्या में संत-महांत एवं विशिष्ट जन समुपस्थित रहे।