- सोशल मीडिया पर विधानसभा चुनाव में गुरूर तोड़ने की दे रहे चेतावनी
- मुख्तार समर्थक सपा मुखिया और मुख्यमंत्री से दूसरे बाहुबली नेताओं का नाम लेकर मांग रहे हैं सफाई
इलाहाबाद : कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय रद किए जाने से खफा मुख्तार अंसारी के समर्थकों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समर्थक सोशल मीडिया पर 2017 के विधानसभा चुनाव में उनका गुरूर तोड़ने की बात कर रहे हैं। यह भी कहा गया है कि अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी से रिश्ता तोड़कर अपनी हार तय कर ली है।
मुख्तार समर्थक सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से दूसरे बाहुबली नेताओं का नाम लेकर सफाई मांग रहे हैं। फेसबुक पर मुख्तार अंसारी को टैग करते हुए धर्मेद्र सिंह तुलसी ने लिखा है कि आपको परहेज माफिया से नहीं बल्कि परहेज गरीबों के मसीहा मुख्तार अंसारी से है। आपकी पार्टी में राजा भैया, विजय मिश्र, अतीक अहमद, खुद आप और आपके चाचा क्या दूध के धुले हैं, इसका जवाब 2017 में जनता देगी।
किसी नौशाद खान ने मुख्तार उपनाम से मुख्यमंत्री का गुरूर और सत्ता का नशा चूर करने की चेतावनी दी है। कुछ समर्थक सपा सरकार और अखिलेश यादव को मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं। फेसबुक पर खालिद नामक शख्स ने संघ के साथ-साथ सपा सरकार पर निशाना साधा है। लिखा है, संघ की दृष्टि में मुसलमान केवल आतंकवादी होते हैं और समाजवादी की दृष्टि में गुंडे केवल मुसलमान होते हैं।
कौमी एकता दल अब इस मामले को चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। पार्टी की तरफ से सपा के नेताओं का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है, इसे चुनाव के दौरान जनता के बीच रखा जाएगा।