लखनऊ. यूपी सरकार द्वारा चलाई जा रही श्रावण यात्रा अब लखनऊ के साथ-साथ वाराणसी से भी आयोजित की जाएगी। इस बात की घोषणा प्रदेश के धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय कुमार मिश्र ने की। मिश्र ने यह बात समाजवादी श्रवण यात्रा योजना के तहत महाकालेश्वर, उज्जैन और ओमकालेश्वर की तीर्थ यात्रा कर वापस आये तीर्थ यात्रियों के लखनऊ पहुँचने पर स्वागत के दौरान कही।
क्या है समाजवादी श्रावण यात्रा
यूपी सरकार ने श्रावण यात्रा की कल्पना श्रवण कुमार द्वारा अपने माता-पिता को कांवड़ में बिठाकर पूरे देश में तीर्थयात्रा कराने के सन्दर्भ से की है। तीर्थयात्रा के लिए अनेक संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद प्रदेश के वरिष्ठ नागरिक अपने जीवन के अन्तिम पड़ाव में अपनी आर्थिक तंगी के कारण चारो धाम एवं अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों की यात्रा करने में असमर्थ है, इसलिए यूपी सरकार यह महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है।
मिलती हैं ये सुविधाएं
इस धार्मिक यात्रा के यात्रियों को सभी प्रकार की आवश्यक सुख-सुविधायें यथा-यात्रा के दौरान नाश्ता, दोपहर व रात्रि काभोजन, रात्रि विश्राम की व्यवस्था , दैनिक उपयोग की वस्तुओं एवं पूजन सामग्री की किट, चिकित्सा सुविधा उन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। स्थानीय भ्रमण के लिये बस, रूकने के लिये समुचित व्यवस्था, ट्रेन एवं रूकने के स्थान पर अच्छी सफाई व्यवस्था तथा मानवीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये सभी आवश्यक सुविधाएं एवं व्यवस्थायें उपलब्ध करायी जाती हैं। यह यात्रा IRCTC के जरिए कराई जाती है।
क्या है योग्यता
– श्रावण यात्रा के लिए इच्छुक व्यक्ति को यूपी का का मूलनिवासी होना चाहिए और उसकी उम्र 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
– आवेदक द्वारा आवेदन पत्र के साथ पहचान प्रमाण पत्र / निवास प्रमाण पत्र में से कोई एक स्वप्रमाणित प्रमाण-पत्र संलंग्न करना अनिवार्य है और किसी भी चिकित्साधिकारी द्वारा जारी स्वस्थता प्रमाण-पत्र संलंग्न करना अनिवार्य है।
-यात्रा हेतु इच्छुक यात्री वेबसाइट http://samajwadishravanyatra.upgov.info पर अपना ऑनलाइन आवेदन सभी सम्बन्धित डाक्यूमेंट्स के साथ अपलोड कर सकते है।
– इच्छुक यात्री अपना आवेदन मूल रूप मे सभी सम्बन्धित डाक्यूमेंट्स सहित अपने जिले के जिलाधिकारी को उपलब्ध करा सकते है।
– यात्रा हेतु इच्छुक यात्रियों को आवेदन करते समय अपना मोबाइल नम्बर देना अनिवार्य है, ताकि यात्रा से सम्बन्धित जानकारियां एसएमएस और विज्ञापन के माध्यम से यात्रियों को दी जा सकें।
ऐसे होता है सेलेक्शन
-सेलेक्शन की प्रक्रिया हर जिले के एप्लिकेंट की जन्म तिथि की वरिष्ठता और पहले आओ -पहले पाओ के आधार पर होती है।
-पूर्व में हुई यात्रा की वेटलिस्ट में शामिल आवेदको को वर्तमान में हो रही यात्रा करने हेतु प्राथमिकता प्रदान की जाती है।
-वर्तमान यात्रा में प्राप्त आवेदनों में से चयनित यात्रियों के अतिरिक्त शेष बचे आवेदको की प्रतीक्षा-सूची बनायीं जाएगी । प्रतीक्षा-सूची में बचे आवेदनकर्ताओं को आगामी यात्रा में यात्रा करने हेतु प्राथमिकता प्रदान की जाएगी ।
क्या है समाजवादी श्रावण यात्रा
यूपी सरकार ने श्रावण यात्रा की कल्पना श्रवण कुमार द्वारा अपने माता-पिता को कांवड़ में बिठाकर पूरे देश में तीर्थयात्रा कराने के सन्दर्भ से की है। तीर्थयात्रा के लिए अनेक संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद प्रदेश के वरिष्ठ नागरिक अपने जीवन के अन्तिम पड़ाव में अपनी आर्थिक तंगी के कारण चारो धाम एवं अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों की यात्रा करने में असमर्थ है, इसलिए यूपी सरकार यह महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है।
मिलती हैं ये सुविधाएं
इस धार्मिक यात्रा के यात्रियों को सभी प्रकार की आवश्यक सुख-सुविधायें यथा-यात्रा के दौरान नाश्ता, दोपहर व रात्रि काभोजन, रात्रि विश्राम की व्यवस्था , दैनिक उपयोग की वस्तुओं एवं पूजन सामग्री की किट, चिकित्सा सुविधा उन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। स्थानीय भ्रमण के लिये बस, रूकने के लिये समुचित व्यवस्था, ट्रेन एवं रूकने के स्थान पर अच्छी सफाई व्यवस्था तथा मानवीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये सभी आवश्यक सुविधाएं एवं व्यवस्थायें उपलब्ध करायी जाती हैं। यह यात्रा IRCTC के जरिए कराई जाती है।
क्या है योग्यता
– श्रावण यात्रा के लिए इच्छुक व्यक्ति को यूपी का का मूलनिवासी होना चाहिए और उसकी उम्र 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
– आवेदक द्वारा आवेदन पत्र के साथ पहचान प्रमाण पत्र / निवास प्रमाण पत्र में से कोई एक स्वप्रमाणित प्रमाण-पत्र संलंग्न करना अनिवार्य है और किसी भी चिकित्साधिकारी द्वारा जारी स्वस्थता प्रमाण-पत्र संलंग्न करना अनिवार्य है।
-यात्रा हेतु इच्छुक यात्री वेबसाइट http://samajwadishravanyatra.upgov.info पर अपना ऑनलाइन आवेदन सभी सम्बन्धित डाक्यूमेंट्स के साथ अपलोड कर सकते है।
– इच्छुक यात्री अपना आवेदन मूल रूप मे सभी सम्बन्धित डाक्यूमेंट्स सहित अपने जिले के जिलाधिकारी को उपलब्ध करा सकते है।
– यात्रा हेतु इच्छुक यात्रियों को आवेदन करते समय अपना मोबाइल नम्बर देना अनिवार्य है, ताकि यात्रा से सम्बन्धित जानकारियां एसएमएस और विज्ञापन के माध्यम से यात्रियों को दी जा सकें।
ऐसे होता है सेलेक्शन
-सेलेक्शन की प्रक्रिया हर जिले के एप्लिकेंट की जन्म तिथि की वरिष्ठता और पहले आओ -पहले पाओ के आधार पर होती है।
-पूर्व में हुई यात्रा की वेटलिस्ट में शामिल आवेदको को वर्तमान में हो रही यात्रा करने हेतु प्राथमिकता प्रदान की जाती है।
-वर्तमान यात्रा में प्राप्त आवेदनों में से चयनित यात्रियों के अतिरिक्त शेष बचे आवेदको की प्रतीक्षा-सूची बनायीं जाएगी । प्रतीक्षा-सूची में बचे आवेदनकर्ताओं को आगामी यात्रा में यात्रा करने हेतु प्राथमिकता प्रदान की जाएगी ।