क्रास वोटिंग ! आज फैसले की घड़ी, चुनाव भले दागदार हो जाए मगर रोचकता तो बढ़ गई

Update: 2016-06-11 01:45 GMT
विधानपरिषद चुनाव में शुक्रवार को जिस तरह से लगभग सभी दलों के दो दर्जन विधायकों ने रिकार्डतोड़ क्रास वोटिंग की, उससे शनिवार को 11 राज्यसभा सदस्यों के चुनाव में भी इसका दोहराव होने की सभी दलों को आशंका है। क्रास वोटिंग से उच्च सदन के सदस्यों का यह चुनाव भले दागदार हो जाए मगर इससे रोचकता और बढ़ गई है।  यूं तो लगभग सभी पार्टियों के पास अपने उम्मीदवारों को जिताने के बराबर के वोट हैं मगर कांग्रेस उम्मीदवार सिब्बल और भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार गुजरात की हीरा कारोबारी प्रीति महापात्रा दूसरे दलों के विधायकों के अपने पक्ष में क्रास वोटिंग के भरोसे ही चुनाव जीतने की आस में हैं। कपिल सिब्बल को जहां कांग्रेस के अलावा दूसरे आधे दर्जन विधायकों के वोट चाहिए वहीं प्रीति महापात्रा चूंकि निर्दल हैं। इस नाते उन्हें पूरे 34 वोट जुटाने हैं। चूंकि उन्हें एक रणनीति के तहत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चुनाव मैदान में लेकर आए हैं, इस नाते जिताने के लिए पार्टी ने भी दांव चला है। भाजपा पहले अपने राज्यसभा उम्मीदवार शुक्ला को जीत के लिए जरूरी 34 विधायकों का वोट दिलाएगी। इसके बाद उसके सात वोट जो बचेंगे उसे  वह महापात्रा को दिलाएगी। इस प्रकार महापात्रा को करीब दो दर्जन और वोट अपने दम पर जुटाने होंगे। दरअसल बीजेपी ने धनबल को देखते हुए प्रीति महापात्रा को इसी उद्देश्य से यूपी में उतारा कि वह और उनके पति हरिहर महापात्रा पार्टी के शह पर अपने बूते विधायकों को पाले में कर चुनाव जीतेंगे।

कपिल सिब्बल को हराने के लिए भाजपा ने महापात्रा को उतारा

दरअसल कपिल न केवल संसद में भाजपा के सामने बहस में चुनौती पेश करते हैं बल्कि सु्प्रीम कोर्ट में भी पार्टी नेताओं के खिलाफ मुकदमे लड़ते हैं। विरोधी दल के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री रह ही चुके हैं। ऐसे में भाजपा नहीं चाहती कि वे राज्यसभा पहुंचकर पार्टी के सामने विभिन्न मुद्दों पर बहस के दौरान दीवार बनें। यही वजह है कि पार्टी ने उनकी यूपी के रास्ते राज्यसभा में जाने से रोकने के लिए पूरी घेराबंदी की। पार्टी ने धनबल में आगे व्यवसायी और पावर ब्रोकर के तौर पर चर्चित हरिहर महापात्रा की पत्नी प्रीति महापात्रा को गुजरात से लाकर चुनाव मैदान में उतार दिया। पहले कुल 11 सीटों के लिए 11 प्रत्य़ाशी रहे मगर जैसे ही प्रीति ने भाजपा के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा तो सपा-बसपा व कांग्रेस की नींद उड़ गई। पार्टियों को आशंका सताने लगी कि उनके विधायक पैसे लेकर प्रीति को क्रास वोट दे सकते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी सिब्बल के सामने खड़ी हो गई। जीत के लिेए 34 वोट उन्हें चाहिए। 29 वोट कांग्रेस के पास है। पांच वोट और चाहिए। ऐसे में उन्हें पहले उम्मीद थी कि निर्दलीय विधायकों का वोट आसानी से हासिल कर सकेंगे। मगर लखनऊ में प्रीति के आते ही खरीद-फरोख्त की मंडी सजने से सिब्बल की राह में रोड़ा पैदा हो गया।

किस पार्टी के कितने उम्मीदवार और पास कितने वोट

यूपी मे राज्यसभा की कुल 11 सीटों पर आज यानी शनिवार को चुनाव होना है। देर शाम तक परिणाम भी आ जाएगा। भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रीति महापात्रा को लेकर 12 उम्मीदवार हैं। एक उम्मीदवार को जीत के लिए 34 विधायक चाहिए। सपा ने सात उम्मीदवार उतारे हैं। उसे कुल 238 वोट चाहिेए। मगर उसके पास 229 विधायक हैं। इस प्रकार सपा को कम से कम नौ वोटों का और जुगाड़ करना होगा। बसपा के दो उम्मीदवार हैं। बसपा के पास पर्याप्त 80 विधायक हैं।  भाजपा ने एक उम्मीदवार शिवप्रताप शुक्ला को खड़ा किया है। भाजपा के पास कुल 41 विधायक हैं। इस प्रकार शिवप्रताप शुक्ला आसानी से राज्यसभा चले जाएंगे। 34 वोट शुक्ला को खर्च होने के बाद बचे सात वोट प्रीति महापात्रा को भाजपा दिलाएगी। कांग्रेस के पास 29 वोट हैं, इस प्रकार कपिल सिब्बल को पांच विधायकों का और जुगाड़ करना होगा।

यूपी में किसके पास कितने विधायक सपा-229 बसपा 80 भाजपा-41 कांग्रेस-29 रालोद-8 निर्दलीय-6 कौमी एकता दल-2 पीस पार्टी-4 अन्य-चार खाली-दो कुल-403 

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