अरे अंकल पकड़ो... भइया पकड़ो... बदमाश मेरी चेन खींच रहा है। गोमतीनगर के सीएमएस चौराहे पर युवती काफी देर तक बदमाशों से हाथापाई करती रही और लोगों से मदद की गुहार लगाती रही।
आस-पास मौजूद दर्जनों लोग मूकदर्शक बने खड़े रहे, लेकिन कोई आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। फिर भी युवती ने हार नहीं मानी और अपनी चेन बदमाशों से वापस छीन ली और उन्हें खाली हाथ भागने पर मजबूर कर दिया।
पुलिस कंट्रोल रूम की सूचना पर पुलिस कर्मी भी पहुंचे तो सिर्फ खानापूर्ति करके लौट गए और घटना की एफआईआर तक नहीं दर्ज की। गोमतीनगर के विरामखंड निवासी प्रीति सिंह के मुताबिक, वह अपनी सहेली गौरी के साथ बुधवार की शाम को शॉपिंग करने मॉल गई थी।
मॉल से निकलने के बाद वह सीएमएस चौराहे के पास पहुंची ही थी कि तभी काली पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार दो बदमाशों ने अचानक पीछे से झपट्टा मार दिया। एक ने उसके गले में पड़ी सोने की चेन व लॉकेट खींच लिया।
इससे पहले वह भागने में सफल हो पाते प्रीति ने उसका हाथ पकड़ लिया। कलाई मरोड़कर उससे अपनी चेन छीनने लगी। उसके साथ मौजूद गौरी ने शोर मचाया और मदद की और दोनों लड़कियों ने बदमाशों का हाथ मजबूती से पकड़ लिया। प्रीति सिंह लगातार हाथापाई कर रही थी।
साथ ही मदद के लिए वहां से गुजर रहे लोगों को बुलाती रही। कोई नहीं आया। बदमाशों ने उसे जोर से धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद भी उसने अपनी चेन नहीं छोड़ी। हारकर दोनों बदमाश वहां से भाग निकले। बदमाशों से भिड़ते समय प्रीति सिंह के हाथ और पैर में चोट भी लगी।
इसके बावजूद पुलिस कर्मियों ने उसका मेडिकल तक नहीं कराया। प्रीति ने बताया कि दोनों बदमाश 30 से 35 साल के बीच के थे। उन्होंने नेताओं जैसी लेनिन की शर्ट पहन रखी थी।
पुलिस कंट्रोल रूम की सूचना पर पुलिस कर्मी भी पहुंचे तो सिर्फ खानापूर्ति करके लौट गए और घटना की एफआईआर तक नहीं दर्ज की। गोमतीनगर के विरामखंड निवासी प्रीति सिंह के मुताबिक, वह अपनी सहेली गौरी के साथ बुधवार की शाम को शॉपिंग करने मॉल गई थी।
मॉल से निकलने के बाद वह सीएमएस चौराहे के पास पहुंची ही थी कि तभी काली पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार दो बदमाशों ने अचानक पीछे से झपट्टा मार दिया। एक ने उसके गले में पड़ी सोने की चेन व लॉकेट खींच लिया।
इससे पहले वह भागने में सफल हो पाते प्रीति ने उसका हाथ पकड़ लिया। कलाई मरोड़कर उससे अपनी चेन छीनने लगी। उसके साथ मौजूद गौरी ने शोर मचाया और मदद की और दोनों लड़कियों ने बदमाशों का हाथ मजबूती से पकड़ लिया। प्रीति सिंह लगातार हाथापाई कर रही थी।
साथ ही मदद के लिए वहां से गुजर रहे लोगों को बुलाती रही। कोई नहीं आया। बदमाशों ने उसे जोर से धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद भी उसने अपनी चेन नहीं छोड़ी। हारकर दोनों बदमाश वहां से भाग निकले। बदमाशों से भिड़ते समय प्रीति सिंह के हाथ और पैर में चोट भी लगी।
इसके बावजूद पुलिस कर्मियों ने उसका मेडिकल तक नहीं कराया। प्रीति ने बताया कि दोनों बदमाश 30 से 35 साल के बीच के थे। उन्होंने नेताओं जैसी लेनिन की शर्ट पहन रखी थी।