शिवराज पाटिल का बयान, फर्जी नहीं था बटला हाउस एनकाउंटर

Update: 2016-05-25 12:12 GMT
बाटला हाउस एनकाउंटर मामले को जहां कांग्रेस फर्जी बताती रही है, वहीं पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल ने कहा कि यह मुठभेड़ असली थी. न्यूज एजेंसी एनएनआई से बातचीत में शिवराज पाटिल ने कहा कि 'मैंने उस समय भी पुलिस की सूचना और सभी तथ्यों पर विचार के बाद इस पर बयान दिया था. मैं रोज अपने बयान नहीं बदल सकता. अगर कोई इस पर कुछ और कहता है तो यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है. अगर कोई कहता है कि यह फर्जी मुठभेड़ थी, तो यह उसे सिद्ध करना चाहिए'.

गौरतलब है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार दिया था. इतना नहीं, कांग्रेस के एक दूसरे नेता सलमान खुर्शीद ने दावा किया था कि बाटला हाउस एनकाउंटर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की आंखों में आंसू आ गए थे. पाटिल के इस बयान के बाद से राजनीति गरमा गई है. बीजेपी सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने तो दिग्विजय सिंह के खिलाफ एनआईए से जांच करवाने की मांग कर डाली है.

आपको बता दें कि वर्ष 2008 में दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ आतंकी बाटला हाउस में छिपे हुए हैं. इस पर तुरंत एक्शन लेते हुए दिल्ली पुलिस की एक टीम मौके पहुंच गई. मकान नंबर एल-18 पर जब पुलिस ने छापा मारा तो आतंकियों ने फायरिंग कर दी, जिसमें इंस्पेक्टर मोहन शर्मा और दो कांस्टेबल घायल हो गए. इलाज के दौरान मोहन शर्मा शहीद हो गए थे, जबकि जवाबी फायरिंग में दो आतंकी मारे गए थे. इस घटना के बाद मौके से फरार शहजाद नाम का एक आतंकी भी बाद में पकड़ लिया गया था.

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