सपा में बढ़ा दबाव, टिकट में बदलाव हो सकता है

Update: 2016-05-21 00:59 GMT

  • आधा दर्जन इदारों के उलमा मुलायम-अखिलेश से मिले

  • कहा-टिकट उसे दें जो समाज के हितों के लिए संघर्ष करे


लखनऊ : राज्यसभा, एमएलसी के टिकटों की घोषणा के बाद मुस्लिम धर्मगुरु व अल्पसंख्यकों ने ‘हक’ के लिए दबाव बढ़ा दिया है। शुक्रवार को प्रदेश के एक दर्जन इदारों के उलमा ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात कर बंटवारे में नाइंसाफी की शिकायत की। संकेत है विधान परिषद का एकाध प्रत्याशी बदला जा सकता है।
राज्यसभा के सात व एमएलसी के आठ टिकटों में से एक टिकट शिया मुस्लिम को तो दिया गया मगर बड़ी आबादी वाले सुन्नी मुसलमानों को हिस्सेदारी नहीं मिली। जिसका दर्द मुखर होने से पहले गुरुवार को जामा मस्जिद दिल्ली के इमाम अहमद बुखारी ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सपा मुखिया मुलायम सिंह से मुलाकात की मुस्लिमों से किया वादा पूरा नहीं होने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यकों को उनका हक देने में पीछे नहीं रहने का वादा दोहराया था।
शुक्रवार को शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना शेख अब्बास, इमाम-ए-जुमा अंबेडकरनगर मौलाना नफीस रजा, मौलाना सुहेल अब्बास बरेलवी, मौलाना जीशान हैदर कानपुर, मौलाना शेख नफीस आजमगढ़, देवा शरीफ दरगाह बाबा सादिक वारसी, मौलाना मंजर शादिक मुजफ्फरनगर, शिया पसर्नल ला बोर्ड के प्रवक्ता यूसुफ अब्बास समेत दो दर्जन से अधिक मौलानाओं ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मुलायम सिंह से मुलाकात की और चुनाव के वादे पूरे करने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यकों को हितों के लिए चल रही योजनाओं का ब्यौरा दिया और कहा कि विकास में 20 फीसद हिस्सेदारी दी जा रही है। मौलानाओं ने सरकार की योजनाओं को सराहा मगर यह भी इल्जाम लगाया कि अधिकारी अल्पसंख्यकों की समस्या दूर करने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। सपा मुखिया के सूचना सलाहकार त्रिलोक सिंह मेहता का कहना है कि उलमा ने सरकार के योजनाओं को सराहा है।
एकाध टिकट में बदलाव संभव :

उलमा की तरफ से बढ़ते दबाव के चलते विधान परिषद के एकाध प्रत्याशियों में बदलाव किया जा सकता है। सपा के जिन विधान परिषद के सदस्यों को दोबारा भेजने का फैसला लिया गया है, उनमें से एकाध बदला जा सकता है, उसके स्थान पर किसी और को टिकट दिया जा सकता है।

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