दंगे के आरोप में 7 गिरफ्तार, एक बीजेपी नेता भी हिरासत मेंं

Update: 2016-05-16 09:31 GMT
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह का संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ दो समुदायों के बीच हुए संघर्ष में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि एक बीजेपी नेता को हिरासत में लिया गया है.

फिलहाल इलाके में बाहरी पुलिस बल और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है और पुलिस सोशल मीडिया पर अफवाह फैलनों वालों पर नजर रख रही है. इस बीच पुलिस ने 21 नामजद और करीब 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. सोमवार को पुलिस ने दंगा भड़काने और अफवाह फैलाने के आरोप में सात लोगों को हिरासत में लिया है.

इस बीच आजमगढ़ जिले में शनिवार की रात से जारी हिंसा के बीच सोमवार को एडीजी लॉ एंड आर्डर दलजीत चौधरी, एटीएस के आईजी असीम अरूण भी आजमगढ़ पहुचे और स्थिति की समीक्षा के साथ ही हिंसाग्रस्त इलाको को दौरा करने के साथ फलैग मार्च भी निकाला.

एडीजी ने बताया कि हिंसा के मामले में 21 नामजद और 150-200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कर 7 लोगों को गिरफतार कर लिया गया. अब हालात पूरी तरह से नियन्त्रण में है.

जिले की सीमा पर कई  बीजेपी नेता हिरासत में

इस बीच दंगों की सूचना मिलने के बाद गोरखपुर और लखनऊ से बीजेपी का प्रतिनिधि मंडल आजमगढ़ के लिए रवाना हुआ लेकिन पुलिस ने उन्हें प्रवेश करने से पहले ही हिरासत में ले लिया. उधर गोरखपुर से आ रही खबरों के मुताबिक पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल को आजमगढ़ जाते समय पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ल और उनके साथ गोरखपुर नगर के विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, चिरंजीव चौरसिया आदि आजमगढ़ जा रहे थे, पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर झंगहा थाने ले गई है.

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि मामूली सी विवाद को लेकर खोदादादपुर में शनिवार की रात साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान सीओ एसडीएम तहसीलदार सहित दर्जन भर पुलिसकर्मी घायल हुए. वहीं आम लोगों को भी चोटें आयीं. वहीं, उपद्रवियों ने कई घरों में आगजनी के साथ ही लूट-पाट की घटना को भी अंजाम दिया था.

दंगे को नियंत्रण करने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस छोड़ा गया. लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग के बाद किसी तरह हालात काबू में आया. रविवार को दिन भर तो इलाके में शान्ति रही लेकिन शाम होते-होत हिंसा आचानक फिर भड़क गई जिसमें फरिदाबाद बाजार के पास एक लकड़ी टाल में उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. जिससे पूरा गोदाम धू-धू कर जलने लगा वहीं, बाइक और ट्रैक्टर को भी आग के हवाले कर दिया.

फरिदाबाद में उपद्रवियों ने एक युवक को गोली मारकर घायल कर दिया. जिसके बाद फरिहां से लेकर फरिदाबाद तक हिंसा एक बार फिर फैल गई. जगह-जगह लोगों ने रोड जाम कर पथराव किया. सड़कों पर भारी संख्या में पत्थर बिखरे हुए थे जिसे देर रात नगर पालिका के कर्मचारियों ने साफ किया. इस दौरान पिछले 24 घंटे से आजमगढ-लखनउ वाया सुल्तानपुर राज्यमार्ग को पुलिस ने बन्द करा दिया है.

अफवाहों से भड़की हिंसा: पुलिस

हिंसा की लपटे बढ़ते देख खुद आई जोन एसके भगत ने हिंसाग्रस्त इलाको की कमान अपने हाथो में लेने के बाद 2 कम्पनी पैरामिलिटी फोर्स, 10 पीएसी, 10 थानो की पुलिस फोर्स के अलावा आस-पास के जिलो की पुलिस फोर्स को हिंसाग्रस्त इलाको तैनात किया गया. इसके साथ ही पूरी रात जिले के आला अधिकारी हिंसाग्रस्त इलाको का दौरा कर स्थित को सामान्य करने में जुटे है. आइजी जोन ने दावा किया कि अफवाहो के चलते हिंसा की घटना में तेजी आई है. अफवाह फैलाने वाले कुछ लोगों हिरासत में लिया गया है और कहा कि हिंसा फैलाने वालो को किसी भी किमत बख्शा नही जायेगा और कड़ी कार्यवाई की जायेगी.

Similar News