कुंभ की पहचान सिर्फ़ नागा साधु हो गए , भारत की ब्रांडिंग करने में हम चूके-पीएम मोदी

Update: 2016-05-14 08:41 GMT
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुंभ की पहचान सिर्फ़ नागा साधु हो गए हैं. इस तरह के धार्मिक आयोजनों के जरिए भारत की ब्रांडिंग करने में हम चूक गए.

प्रधानमंत्री ने सिंहस्थ में वैचारिक महाकुंभ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, 'हम अपनी बात अपने ही तरह से कहें तो दुनिया नहीं समझेगी.हमें दुनिया की भाषा में अपनी बात को समझाना चाहिए.'

पीएम नरेन्द्र मोदी का विचार महाकुंभ से संबोधन LIVE

-मोदी ने मंच पर बैठे अतिथियों का अभिवादन किया

-'शिवराज सिंह मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री

-'हम लोग आत्मा के अमरत्व के साथ जुड़े हैं'

-'भारत की महान परंपरा हज़ारों साल पुरानी'

-'कुंभ का मेला विशाल भारत को समेटने का प्रयास'

-'ऋषि-मुनि हमेशा से समाज की चिंता करते रहे हैं'

-'कुंभ की परंपरा ने ऋषि-मुनियों की चिंतन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया'

-'कुंभ के फ़ैसलों पर नए कुंभ में हर बार समीक्षा होती थी'

-'उज्जैन के कुंभ में संत समाज के सहयोग से नया प्रयास हुआ'

-'बदलते युग में नए रास्ते पर चलने की हिम्मत कुंभ में आई'

-'उज्जैन कुंभ से निकले 51 अमृत बिंदु समाज को अर्पित'

-'समाज के लिए काम करने वाले लोग परिवर्तन करते हैं'

-'51 अमृत बिंदु भविष्य में भारत के विचारों को विश्व कल्याण करेंगे'

-'सबका भला और कल्याण का भाव हमारे रगों में'

-'पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एक शाम के भोजन त्याग को कहा था'

-'ऐसी समृद्ध परंपराएं आज भी बरक़रार है'

-'इसका नया वर्जन है रसोई गैस सब्सिडी छोड़ने का विचार'

-'देश भर में एक करोड़ से ज़्यादा परिवारों ने गैस सब्सिडी छोड़ी'

-'लकड़ी के धुंए से बीमार होती मांओं को बचाने का काम आगे बढ़ा'

नर कर्म करे तो नारायण होता है'

'हम कर्म की महानता को महत्व देते हैं'

'हम दुनिया की सारी अच्छी बातों को अपनाने में भरोसा करते हैं'

'दुनिया के समृद्ध देश चुनाव में पारिवारिक मूल्यों की बात करते हैं'

'हम पारिवारिक मूल्यों में ही पले-बढ़े हैं'

'हमें वैज्ञानिक आधार पर अपनी बातों को दुनिया के सामने रखना पड़ेगा'

'हमारे संतों ने कभी कहा था कि समंदर पार नहीं करना है'

'.. लेकिन आज हम सात समंदर पार करके विदेश जाते हैं'

'.. इसलिए परंपराओं को वैज्ञानिक और मूल्यों पर तौलें'

'ग्लोबल वार्मिंग और आतंकवाद दुनिया की समस्या बन गई है'

'वक़्त रहते मूलभूत चिंतन के प्रकाश में नई विधाओं को जन्म देना होगा'

'समय की मांग है कि अपनी परंपरा की कमियों को दूर कर आगे बढ़ें'

'हमें अपनी बात दुनिया के सामने अच्छी तरह से रखनी नहीं आती'

'कुंभ की पहचान सिर्फ़ नागा साधु हो गए हैं'

'भारत की ब्रांडिंग करने में हम चूक गए'

'सबसे बड़ी केस स्टडी है कुंभ का मैनेजमेंट'

'हम अपनी बात अपने ही तरह से कहें तो दुनिया नहीं समझेगी'

'हमें दुनिया की भाषा में अपनी बात को समझाना चाहिए'

'कुंभ के बाद क्या हम अपनी परंपराओं को एक सूत्र में बांधेंगे'

'अगले कुंभ में विचार मंथन की प्रक्रिया और धारदार होगी'

'ज़मीन पर पैर रखते ही उसे प्रणाम करने की परंपरा रही है'

'ब्रह्मांड को हमने सदियों से परिवार समझा है'

'हमें अपने देश में जीवन के संस्कार मिले हैं'

'हम सबको जोड़ने वाले लोग हैं'

'हमारा सामर्थ्य कहीं कमज़ोर तो नहीं पड़ रहा है'

'शिवराज और उनकी टीम को बहुत बधाई'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से शनिवार सुबह इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ उनकी अगवानी की. यहां से प्रधानमंत्री हेलिकॉप्टर से निनौरा रवाना हो गए.

समापन समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना सहित पांच देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, वहीं भारत के चार अलग-अलग राज्य के मुख्यमंत्री भी बतौर अतिथि विशेष रूप से मौजूद रहेंगे.

कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया.


'दुनिया की समस्याओं के समाधान पर सिंहस्थ से संदेश जाए'

'एमपी सरकार ने विचार मंथन के लिए विचार महाकुंभ आयोजित किया'

'बेहतर ज़िन्दगी के लिए आनंद मंत्रालय बनाने का फ़ैसला किया'

'नदियां पुनर्जीवित होंगी, हम नर्मदा का पानी क्षिप्रा में लाए'

'जयवायु को संरक्षित करने के लिए हर तरह की कोशिश की'

'महिला सशक्तिकरण के लिए पूरे राज्य में कई अभियान चलाए'

'स्वच्छता अभियान के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी धन्यवाद के पात्र'

'शिक्षा के विकास के लिए कई प्रयास किए'

'स्वास्थ्य क्षेत्र को मज़बूत करने के लिए सरकार ने लगातार कोशिश की'

'समाज के हर वर्ग के विकास की कोशिश की'

'मध्य प्रदेश में सर्वांगीण विकास की कोशिश कर रही है सरकार'

'शिक्षकों की नियुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाएंगे'

'लघु और कुटीर उद्योग क्षेत्र में योजनाओं को गति देंगे'

'विचार महाकुंभ से निकले अमृत को पीएम मोदी दुनिया भर में बांटेंगे'

'सबका साथ-सबका विकास के पथ पर हम आगे चल रहे हैं'

'सबके सुख, निरोगी जीवन और विश्व कल्याण की कामना है'

Similar News