समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की धर्मपत्नी और कन्नौज की सांसद ने कल उन्नाव और कानपुर मे दो जनसभाएं की । दोनों मे उन्होने अपने पति का नाम तो कई बार लिया। लेकिन यदि पिछला चुनाव देखा जाये, तो वे अपनी सभाओं मे नेताजी का नाम सबसे पहले और बड़े अदब के साथ लेती थी। लेकिन आज कल जो सभाएं डिम्पल यादव संबोधित कर रही हैं, उसमें अपने ससुर और समाजवादी पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष का नाम लेना भी उचित नही समझती हैं। जनता सब बड़े ध्यान से ही सुनती है। इस ओर उन्नाव और कानपुर देहात की जनता ने ही मेरा ध्यान आकर्षित किया ।
– प्रो. (डॉ.) योगेन्द्र यादव