मई दिवस पर वरिष्ठ सपा नेता हाजी तालिब अंसारी ने कहा कि मजदूर कल भी संघर्ष करते थे आज भी संघर्ष कर रहे हैं कल परिवार के पालन पोषण व देश निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे थे आज अपनी व परिवार की जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं महामारी के इस काल में इतिहास में यह भी लिखा जाएगा कि जिन मजदूरों ने बड़े बड़े महल,किले,गगन चुंबी इमारतें बनाई उन इमारतों में मजदूरों को साया नहीं मिला जिन मजदूरों ने रेल से लेकर हवाई जहाज़ तक के निर्माण में अपना खून पसीना बहाया उन सवारियों में उनको सफर नसीब नहीं हुआ वह बे सरो सामान अपनी अपनी मंज़िल तक पहुंचने को पैदल ही निकल पड़े सैकड़ों मीलों का पैदल सफर, कंधों पर मासूम बच्चे और पांव में छाले,भूखे प्यासे अपने अपने घर की तरफ चल दिए उनकी कोई सुनने वाला नहीं था उनकी मीडिया नहीं थी उनकी सोशल मीडिया भी नहीं थी क्यूंकि वह मजदूर और मजबूर थे उनके पास एंड्रॉयड फोन नहीं था जिससे वह अपने पांव के छाले दिखाते अपनी तकलीफ बयान करते अपना वीडियो वायरल कर सरकार की बखिया उधेड़ते और अपनी तकलीफ बयान करते! उनके परिवारों की सरकार तक पहुंच भी नहीं थी जिससे वह सरकार तक अपनी फरियाद पहुंचा देते उन्होंने कहा कि महामारी के इस काल में संघर्ष करते हुए बहुत से मजदूर शहीद भी हुए हैं मै उनकी शहादत को नमन करता हूं और उन ज़िंदा दिल इंसानों के हौसले को सलाम करता हूं जो इन मजदूरों के दुख के साथी बने जिन्होंने उनको रास्ते में खाना खिलाया उनके मासूमों को दूध पिलाया उनके छालों पर मरहम लगाया मुबारकबाद देता हूं उन लोगों को भी जो इन मजदूरों की आवाज़ बने अंत में मजदूरों से आह्वान करता हूं संगठित रहो और मजबूत बनो
हाजी तालिब अंसारी
वरिष्ठ सपा नेता,मुरादाबाद