1.गभस्तीश्वर- सूर्य द्वारा स्थापित- मंगलागौरी मंदिर ।
2. चंद्रेश्वर - चन्द्र द्वारा स्थापित - सिद्धेस्श्वरी मंदिर , सिद्धेस्वरी मोहल्ला ।
3. अंगारेश्वर मंगलेश्वर -मंगल द्वारा स्थापित - आत्मविरेश्वर मंदिर सिंधिया घाट ।
4. बुधेश्वर - बुध द्वारा स्थापित - आत्मविरेश्वर मंदिर सिंधिया घाट ।
5. बृहस्पतीश्वर - गुरु बृहस्पति द्वारा स्थापित - सिंधिया घाट।
6. शुक्रेश्वर - शुक्र द्वारा स्थापित - कालिका गली .डी 9/30
7. शनैशचरेश्वर - शनि द्वारा स्थापित - विश्वनाथ मंदिर में नैऋत्य कोण पर पीतल के जलहरी में ।
8. राहीश्वर - राहु द्वारा स्थापित - आत्मविरेश्वर मंदिर में सिंधिया घाट ।
9. केतविस्वर - केतु द्वारा स्थापित - आत्मविरेश्वर मंदिर में
सिंधिया घाट ।
नवग्रह में से किसी भी ग्रह से पीड़ित व्यक्ति यहां पर दर्शन पूजन कर के लाभ और पुण्य कमा सकता है ।
नवग्रह यात्रा भी होती है जो किसी भी शुभदिन में इन नौ शिवलिंगों का दर्शन करना होता है ।