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व्यंग ही व्यंग
बंद से क्या हुआ हासिल?
9 Dec 2020 1:54 AM GMTकामयाब या नाकामयाब।कितना रहा बंद?विरोध एवं समर्थन।जायज था वो ढ़ंग?क्या हुआ हासिल?मूल्यांकन का इंतजार।।हुआ कितना सफल?मनन और विचार?रहा कौन नफे में?और...
नशीली ड्रग्स : अभय सिंह
23 Nov 2020 2:26 AM GMTसेवन नशीली ड्रग्स।सिलसिला बरकरार।।गर्त में जीवन।नए कलाकार।।मादक पदार्थ लत।उजागर जो नाम।।सलाखों के पीछे।हो गए बदनाम?ठीक नही परंपरा।आए दिन...
सीमावर्ती देश है आतंकिस्तान : अभय सिंह
14 Nov 2020 1:39 AM GMTसीमावर्ती पर देश ।है आतंकिस्तान।।निरंतर गोलीबारी।दहशतगर्दी में स्थान।।बुजदिली गतिविधियां।करता आकर्षित ध्यान।।नस नस में दहशत।बखूबी दुनिया रही जान।।सरहद ...
कौन करेगा राज?
7 Nov 2020 1:23 AM GMTदिलचस्प बनी चुनाव। मुकाबला भी है बेजोड़।।खबरों में अमेरिका।चर्चा है चहूंओर।।आरोप प्रत्यारोप।है जग जो जाहिर।।दोनों ही तरफ का।खिलाड़ी हैं माहिर।।किसे...
कूच किये बंगाल : अभय सिंह
6 Nov 2020 1:51 AM GMTनिकटम है चुनाव।कूच किये बंगाल।।हालात जानने अंदरुनी।डेरा दिए है डाल।।उद्देश्य है अपूर्ण।फतह करना बंगाल।।जनमानस ठान लिया।बदलाव हर हाल।।पदार्पण उनके किले ...
बदले की है भावना बर्बरता पूर्ण काम : अभय सिंह
5 Nov 2020 3:57 AM GMTहुई है गर चूक।कानून तहत करो काम।।कैसी यह मानसिकता?बर्बरता पूर्ण काम।।बदले की है भावना।ठीक नही ये चलन।।जाहिर है मनसा।करना जो दमन।।रची गई षड्यंत्र की।आ...
चुनावी है मौसम...ईवीएम फिर बदनाम : अभय सिंह
4 Nov 2020 1:34 AM GMTईवीएम फिर बदनाम।राग वही है पुराना।।चुनावी है मौसम।जिन्न निकल आना।।सत्ता से जो दूर।बात वही फिर दोहराना।।जब पड़ गए अशक्त।स्मरण आया गाना।।दे करके...
अवस्था है फटेहाल....मलिन हो गए त्योहार : अभय सिंह
29 Oct 2020 3:03 AM GMTयह है अनिष्ठ साल।बनकर आया काल।।जेब में न फूटी कौड़ी।अवस्था है फटेहाल।।मलिन हो गए त्योहार।जनमानस हैं लाचार।।यह जो घटनाक्रम।अभी भी बरकरार।।लोग हैं...
महंगी जो तरकारी... मची चौतरफा हाहाकारी : अभय सिंह
28 Oct 2020 3:09 AM GMTचर्चा गांव शहर।महंगी जो तरकारी।। जेब पर पड़ा असर।चौतरफा हाहाकारी।।मच चुकी है लूट।सुनी हो गई थाली।।नीरस हुआ स्वाद।हालात हुआ माली।।आहार पर...
मदिरा खुले या मंदिर, अपनी अपनी वरीयता : अभय सिंह
15 Oct 2020 2:12 AM GMTमदिरा व मंदिर। जंग गई है छिड़।।खुलेगा कौन पहले?आपस में गई है भीड़।।अपनी अपनी वरीयता।भेज खत और संदेश।।सवाल और जवाब।उभरा जो क्लेश।।खुलने का...
सार्वजनिक स्थलों पर...कबजा नही स्वीकार : अभय सिंह
8 Oct 2020 2:36 AM GMTजताई है आपत्ति।है आपका अधिकार।।सार्वजनिक स्थलों पर।कबजा नही स्वीकार।।लोगों की असुविधा।कैसा यह प्रतिकार?कैसे कर सकते हैं?जाम अनिश्चितकाल।।फैसला है...
लोजपा का फैसला.. : अभय सिंह
5 Oct 2020 5:44 AM GMTबढ़ती गई तल्खी।यह जो घटना चक्र।।रिश्ते मधुर बनाने को नेताओं ने किया संपर्क।।कर दिया था इंकार।नेतृत्व नही स्वीकार।।गिनाई है खामियां।रुख है...