Janta Ki Awaz
व्यंग ही व्यंग

निरंकुश होता ट्विटर.....

निरंकुश होता ट्विटर.....
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निरंकुश होता ट्विटर।

पेश किया नजराना।।

गुस्ताखी पर गुस्ताखी।

आए दिन बनाता बहाना।।

देश के कानून से।

ना कोई है ऊपर।।

समझे ना ट्विटर।

अपने को सुपर।।

हर हाल में उसे।

मानना ही होगा कानून।।

हो गया सर्वविदित।

अनुचित था जुनून।।

पहुंचा कर जो ठेस।

फितरत बदल जाना।।

उचित नही सलीका।

कदम उठाए मनमाना।।

कसना होगा नकेल।

हो उसे भी एहसास।।

उलझना नही ठीक।

दखल नही बर्दाश्त।।

अभय सिंह ....!

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