“मोंथा” तूफान का असर : बेमौसम बारिश से यूपी का मौसम बदला, सुरक्षा के मद्देनजर कई ट्रेनें रद्द
डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी
लखनऊ, 27 अक्टूबर।
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान “मोंथा” और अरब सागर में बने अवदाब के संयुक्त प्रभाव से देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। उत्तर प्रदेश समेत पूर्वी और मध्य भारत में बेमौसम बारिश, घने बादल और तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए कई ट्रेन सेवाएँ रद्द या परिवर्तित कर दी गई हैं।
प्रदेश में तापमान में गिरावट और बारिश का सिलसिला
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्व-मध्य अरब सागर पर बने अवदाब से लेकर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर स्थित “मोंथा” तूफान तक के प्रभाव से प्रदेश में ठंडी हवाएं और नमी का प्रभाव बढ़ गया है।
इससे कई जिलों में अधिकतम तापमान में 9.8°C तक की गिरावट दर्ज की गई है। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, चित्रकूट, जौनपुर और मिर्जापुर में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हुई है।
मौसम केंद्र लखनऊ ने बताया कि आगामी 24 घंटों तक अधिकतर जिलों में बादल छाए रहेंगे और अगले 48 घंटों में तापमान में 4–6 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी संभव है।
इसके बाद 29 से 31 अक्टूबर तक दक्षिणी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में झोंकेदार हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है, जबकि 30 अक्टूबर को वाराणसी और मिर्जापुर मंडल के जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
तूफान “मोंथा” से रेल सेवाएँ प्रभावित — कई ट्रेनों पर कैंची चली
“मोंथा” के चलते आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तटीय इलाकों में प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। मौसम की स्थिति को देखते हुए भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कई ट्रेनों को रद्द किया है।
East Coast Railway (ECoR) ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश से होकर गुजरने वाली 32 से 43 ट्रेनों को रद्द या मार्ग परिवर्तित किया है।
South Central Railway (SCR) ने भी लगभग 72 ट्रेनों को अस्थायी रूप से रद्द किया है।
रद्द की गई ट्रेनों में भुवनेश्वर, विशाखापत्तनम, कटक, विजयवाड़ा और राजमुंदरी मार्ग से चलने वाली प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले IRCTC या NTES ऐप पर अपनी ट्रेन की स्थिति जांच लें।
रद्द ट्रेनों के यात्रियों को रेलवे की नीति के अनुसार पूर्ण रिफंड मिलेगा।
समुद्री राज्यों में सतर्कता और राहत टीमें सक्रिय
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में NDRF और SDRF की 50 से अधिक टीमें तैनात की गई हैं।
मछुआरों को अगले 48 घंटों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
राज्य सरकारों ने संभावित लैंडफॉल क्षेत्र में राहत शिविर, मेडिकल टीम और आपात सेवाएं सक्रिय कर दी हैं।
मौसम विभाग की निगरानी और चेतावनी जारी
मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ और भारतीय मौसम विभाग (IMD) लगातार “मोंथा” की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
विभाग ने बताया कि 28 अक्टूबर की रात तक तूफान आंध्र तट को पार करने के बाद धीरे-धीरे कमजोर पड़ेगा, लेकिन उसके अवशेषों का असर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक देखा जाएगा।
IMD ने कहा —
> “प्रदेश के कई हिस्सों में बेमौसम वर्षा और तापमान में गिरावट जारी रह सकती है।
लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है।”
बंगाल की खाड़ी में “मोंथा” गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में सक्रिय।
आंध्र प्रदेश तट पर 28 अक्टूबर की शाम या रात को लैंडफॉल की संभावना।
अरब सागर के अवदाब से उत्तर भारत तक नमी का प्रभाव, यूपी में बारिश और तापमान में गिरावट।
East Coast Railway और South Central Railway ने 100 से अधिक ट्रेनों को सुरक्षा कारणों से रद्द या परिवर्तित किया।
29 से 31 अक्टूबर के बीच पूर्वांचल में भारी बारिश की संभावना।
मौसम विभाग की 24×7 निगरानी जारी, राहत एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश।