PM मोदी का ममता पर जोरदार हमला, "बंगाल में मची चीख-पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार"

Update: 2025-05-29 10:31 GMT

पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत नए सामर्थ्य के साथ समृद्धि की नई गाथा लिख रहा है और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हर नागरिक दिन-रात जुटा हुआ है। पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि विकसित भारत के लिए विकसित पश्चिम बंगाल का होना अत्यंत आवश्यक है।

 

प्रधानमंत्री ने कहा, "बंगाल को फिर उसी भूमिका में आना होगा, जो कभी यहां की पहचान थी। इसके लिए जरूरी है कि पश्चिम बंगाल फिर से Knowledge का, ज्ञान-विज्ञान का केंद्र बने। बंगाल मेक इन इंडिया का एक बहुत बड़ा सेंटर बने। बंगाल अपनी विरासत पर गर्व करते हुए, उसे संरक्षित करते हुए तेज गति से आगे बढ़े।" उन्होंने बताया कि केंद्र की भाजपा सरकार 'पूर्वोदय' की नीति पर काम कर रही है और पिछले दशक में पश्चिम बंगाल के विकास के लिए हजारों-करोड़ का निवेश किया है।

पश्चिम बंगाल कई संकटों से घिरा: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल को कई गंभीर संकटों से घिरा बताया। उन्होंने कहा कि राज्य में समाज में हिंसा और अराजकता फैली हुई है, माताओं और बहनों में असुरक्षा का भाव है और उनके साथ जघन्य अपराध हो रहे हैं। उन्होंने नौजवानों में फैल रही घोर निराशा और बेतहाशा बेरोजगारी को भी एक बड़ा संकट बताया। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार को चौथा संकट बताते हुए कहा कि इससे यहां के सिस्टम पर लोगों का विश्वास लगातार कम हो रहा है। पांचवां संकट उन्होंने सत्ताधारी पार्टी की स्वार्थी राजनीति को बताया, जो गरीबों का हक छीन रही है। मुर्शिदाबाद और मालदा की घटनाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये घटनाएं TMC सरकार की निर्ममता का उदाहरण हैं।

केंद्र सरकार के विकास कार्य और TMC की 'निर्ममता'

प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल के विकास के लिए किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हाल ही में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन परियोजना का शिलान्यास किया गया है। केंद्र के प्रयासों से कल्याणी एम्स की स्थापना हुई है और न्यू अलीपुरद्वार रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। उन्होंने यह भी जिक्र किया कि उत्तर भारत में माल ढुलाई और व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) परियोजना विकसित की जा रही है। उन्होंने 'सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र के साथ भाजपा सरकार की पश्चिम बंगाल के विकास के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई। पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल की जनता को अब TMC सरकार के सिस्टम पर भरोसा नहीं है और उनके पास अब सिर्फ कोर्ट का ही आसरा है। इसी संदर्भ में उन्होंने कहा, "पूरा बंगाल कह रहा है - बंगाल में मची चीख-पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार!"

भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और जनता का हक छीनने का आरोप

प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार को युवाओं, गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए सबसे बड़ा बोझ बताया। उन्होंने पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि TMC सरकार ने हजारों शिक्षकों और उनके परिवारों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ कुछ हजार शिक्षकों का विनाश नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा प्रणाली का पतन है। उन्होंने कहा कि TMC सरकार अपनी गलतियों को स्वीकार करने से इनकार कर रही है और इसके बजाय अदालतों को दोष दे रही है।

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देशभर में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है, लेकिन TMC सरकार पश्चिम बंगाल में इस सुविधा को लागू नहीं करने दे रही है।

चाय बागान श्रमिकों का मुद्दा

प्रधानमंत्री ने चाय बागान श्रमिकों के मुद्दे को भी उठाया और कहा कि राज्य सरकार की flawed नीतियों के कारण कई चाय बागान बंद हो रहे हैं। उन्होंने पीएफ डिफॉल्ट्स को "शर्मनाक" बताया और कहा कि TMC श्रमिकों की गाढ़ी कमाई लूटने की कोशिश कर रही है और दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भाजपा ऐसा कभी नहीं होने देगी।

अंत में, पीएम मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस बर्बरता के बाद पश्चिम बंगाल में बहुत गुस्सा था और वह जनता के आक्रोश को भलीभांति समझते थे। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया। हमारी सेना ने उनको सिंदूर की शक्ति का अहसास करा दिया।

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