यूपी में भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे पर्यटन विकास निगम के CGM की होगी छुट्टी, कई और अधिकारियों पर गिर सकती है गाज

Update: 2025-05-21 01:36 GMT

लखनऊ। भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) नवीन कपूर को हटाने की तैयारी शासन ने शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार विजिलेंस ने उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है। यूपीएसटीडीसी में उनकी तैनाती को लेकर भी कई बड़े अधिकारी सवालों के घेरे में हैं। इन अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।

नवीन कपूर यूपीएसटीडीसी से पहले यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात थे। लखनऊ निवासी महेश श्रीवास्तव ने लोकायुक्त कार्यालय को शिकायत कर उनके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति एकत्र करने के आरोप लगाए थे।

ठेकेदारों से कमीशन लेकर देते थे काम

शिकायत में यह आरोप भी लगाए गए थे वह अपने करीबी ठेकेदारों को मोटी कमीशन लेकर काम देते थे। उन्होंने भ्रष्टाचार की कमाई से नोएडा और गाजियाबाद में अपने करीबियों के नाम पर कई संपत्तियां खरीदी हैं। इनमें मकान, दुकान और एक औद्योगिक प्रतिष्ठान भी शामिल है।

इसी शिकायत के आधार पर लोकायुक्त कार्यालय ने शासन से आरोपों की जांच कराने की सिफारिश की थी। शासन ने जनवरी 2024 में मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी थी। विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट भेज दी है। सूत्रों के अनुसार पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने भी उन्हें हटाने की सिफारिश की है।

वहीं इस बारे में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह का कहना है कि पूूरा मामला उनके संज्ञान में है। वरिष्ठ अधिकारियों की समिति की सिफारिश पर सीजीएम जैसे पदों पर तैनाती की जाती है। समिति में शामिल अधिकारियों ने किस आधार पर उनकी तैनाती की संस्तुति की थी यह बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

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