पुलिस एनकाउंटर में मारा गया एक लाख का इनामी बदमाश सोनू उर्फ भुर्रे, हत्या-लूट के 52 मुकदमे
गोंडा। सोमवार की रात में उमरी बेगमगंज, खोडारे पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम से एक लाख के इनामी बदमाश कर्नलगंज के कादीपुर निवासी सोनू उर्फ भुर्रे से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान सीने में गोली लगने से बदमाश ढेर हो गया। उस पर हत्या व लूट समेत अन्य धाराओं में कुल 52 मुकदमे दर्ज थे।
गोंडा में लूट के दौरान की थी हत्या
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि उमरी बेगमगंज के डिक्सिर पूरे तिलक धन्नीपुरवा में 24 अप्रैल की देर रात बदमाशों ने घर में धावा बोल दिया।
नकदी व आभूषण लूटकर ले जाते समय गृहस्वामी शिवदीन ने एक बदमाश को घेर कर पकड़ लिया तो उन्हें गोली मार दी, जिससे शिवदीन की मौत हो गई थी। सोमवार की रात में हत्यारोपी सोनू सोनौली गांव के पास एक और वारदात की फिराक में था।
उमरी बेगमगंज, खोड़ारे पुलिस व एसओजी टीम ने सूचना पर सर्च अभियान शुरू किया। देररात सोनू बिना नंबर की बाइक लेकर जा रहा था। पुलिस ने रोका तो उसने स्पीड बढ़ा दी। पुलिस ने पीछा किया तो खुद को गिरता देख उसने गोली चला दी।
एक गोली थाना प्रभारी नरेंद्र राय के बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें बदमाश के सीने में गोली लगी। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलसर ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय रेफर कर दिया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसपी ने बताया कि सोनू पर अलग-अलग थाने में 52 मुकदमे दर्ज थे। उस पर एडीजी गोरखपुर जोन ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
45 मिनट चली मुठभेड़
पुलिस व बदमाश के बीच 45 मिनट क मुठभेड़ चली। बताया जा रहा है कि बदमाश ने 12 राउंड फायरिंग की। पुलिस ने आठ राउंड फायरिंग की। पुलिस ने सोनू को फरवरी 2021 में गिरफ्तार किया था। वह जमानत पर बाहर आ गया था। सोनू कर्नलगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर था। उस पर जिले के साथ ही अयोध्या, बहराइच, बस्ती में मुकदमे दर्ज थे।
2002 में प्रकाश में आया था साेनू उर्फ भुर्रे का नाम
अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम के मुताबिक, 2002 में कटरा बाजार व कर्नलगंज में लूट की वारदात की जांच में सोनू उर्फ भुर्रे का नाम प्रकाश में आया था। इसके बाद से वह लगातार जिले के साथ ही आसपास के जिलों में लूट, डकैती व हत्या में शामिल रहा।
बहराइच के हुजूरपुर में लूट व हत्या में शामिल था। इसके अलावा, उमरी बेगमगंज, परसपुर, कर्नलगंज समेत 20 से अधिक थानों में मुकदमा दर्ज है।
लंबे समय से इसकी तलाश चल रही थी। उन्होंने दावा किया कि सोनू कई बार जेल भी जा चुका है, लेकिन वह जमानत पर बाहर आ जाता था।