चंदौली में खनन विभाग की दलालों संग अवैध वसूली का भंडाफोड़, खनन अधिकारी समेत छह पर मुकदमा दर्ज
वैध कागजात के बावजूद गाड़ियों को रोका, रिकॉर्डिंग में सामने आई रिश्वत की मांग, डीआईजी के आदेश पर मामला दर्ज
रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली। जनपद के सकलडीहा कस्बे में खनन विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। सोनभद्र से गिट्टी लेकर गाजीपुर जा रही चार गाड़ियों से खनन अधिकारियों और दलालों द्वारा जबरन अवैध वसूली की कोशिश का मामला सामने आया है। मामले में खनन अधिकारी गुलशन कुमार समेत छह लोगों के खिलाफ सकलडीहा थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
गाड़ी मालिक बृजेश यादव, निवासी गाजीपुर, ने आरोप लगाया कि उसकी चारों गाड़ियाँ पूरी तरह वैध कागजातों के साथ गिट्टी लेकर आ रही थीं। लेकिन 17 जून की रात को सकलडीहा कस्बे में गाड़ियों को रोककर प्रति गाड़ी एक लाख रुपये की मांग की गई। जब चालकों ने इसका विरोध किया, तो खनन अधिकारी ने कथित दलाल रमेश यादव (निवासी नारायणपुर) से फोन पर बात कराने को कहा। फोन पर हुई बातचीत में रमेश यादव ने चार गाड़ियों के बदले दो लाख रुपये की मांग की, जो अंततः 70 हजार रुपये में तय हुई। यह पूरी बातचीत गाड़ी मालिक द्वारा रिकॉर्ड कर ली गई, जिसके बाद उसने इसकी शिकायत वाराणसी के डीआईजी से की। डीआईजी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
शिकायत के आधार पर सकलडीहा थाना पुलिस ने खनन अधिकारी गुलशन कुमार, दलाल रमेश यादव, तेज नारायण (निवासी राजा तालाब), अमन श्रीवास्तव (निवासी चंदौली), गाड़ी चालक आशीष यादव और शुभम सिंह (निवासी कोड़ेरिया) के खिलाफ भ्रष्टाचार और अवैध वसूली से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इस मामले पर क्षेत्राधिकारी (सीओ) सकलडीहा रघुराज ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह प्रकरण न केवल खनन विभाग की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस प्रकार विभागीय अधिकारी और दलाल मिलकर वैध कामकाज को भी अवैध वसूली का जरिया बना रहे हैं।