युवा उद्यमी योजना में इस कैटेगरी के युवा सबसे आगे, तीसरे नंबर आया एससी वर्ग, पढ़ें डिटेेल
लखनऊ। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान योजना के तहत सर्वाधिक 48 प्रतिशत आवेदन ओबीसी वर्ग के युवाओं ने किया है। आवेदन करने वालों में दूसरे नंबर पर 34 प्रतिशत सामान्य वर्ग के युवा हैं, जबकि एससी वर्ग के 14 प्रतिशत युवाओं ने अपना उद्यम शुरू करने के लिए आवेदन किया है।
वहीं, अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं ने सबसे कम 2.5 प्रतिशत युवाओं ने ऋण के लिए आवेदन किया है। योजना को लेकर मई माह तक 50 हजार से ज्यादा युवाओं को ऋण वितरित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश दिवस के मौके पर 24 जनवरी को प्रदेश के युवाओं को अपना उद्यम शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान योजना का शुभारंभ किया था।
योजना को लेकर दस वर्षों में दस लाख युवाओं को ऋण देने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सका था। नतीजतन सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में एमएसएमई विभाग को 1.5 लाख युवाओं को ऋण देने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
युवाओं को बिना ब्याज व गारंटी के पांच लाख रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है। पांच वर्षों में या उससे पहले ऋण की अदायगी करने पर युवा बिना ब्याज व गारंटी के 7.5 लाख रुपये का और ऋण ले सकते हैं।
ज्यादा से ज्यादा युवाओं को योजना का लाभ देने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों में 16 जून से कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। इन कार्यशालाओं में युवाओं को उद्यम शुरू करने के आइडिया भी दिए जा रहे हैं।
योजना को लेकर अभी तक बैंकों को 1.10 लाख से ज्यादा आवेदन अग्रसारित किए जा चुके हैं। जिला स्तर पर अधिकारियों की तरफ से बैंकों की नियमित निगरानी की जा रही है, जिससे जल्द से जल्द ऋण जारी किया जा सके। इसके लिए सभी जिलों में विशेष तौर पर दो-दो अधिकारियों की तैनाती की गई है।