सरकारी पुलिया तोड़ने से रोका तो सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने महिला को घर में घुसकर दी गालियाँ, सपा सरकार में जे०ई गजेंद्र सिंह के द्वारा बनवाई गई थी पुलिया
सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा घर मे घुसकर महिला से की गई अभद्रता के बाद तैनात महिला पुलिस
पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री पोर्टल, 112, व थाना पुलिस को की शिकायत
सैफई ( इटावा) सैफई में कल से रजवाह पर अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है। इस अभियान को चलाने से पूर्व सिंचाई विभाग ने किसी भी मकान मालिक को नोटिस नही दिया और जबरन पुलिया तोड़ रहे है। एक महिला ने जब अपने घर के सामने बनी सरकारी पुलिया को तोड़ने से रोका तो सिंचाई विभाग के अधिकरियों ने घर मे घुसकर महिला को गंदी गंदी गाली दी।
आज सुबह लगभग 11 वजे सैफई रजवाह पर अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा था जब जीसीबी मशीन पुलिया तोड़ने के लिए रामअवतार जाटव के मकान पर पहुँची तो उनके पुत्र मनोज की पत्नी ने पुलिया तोड़ने का विरोध किया। उसने बताया कि यह पुलिया सपा सरकार में मेरे जेठ के पैरवी से तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आदेश पर सिंचाई विभाग द्वारा बनवाई गई थी। पुलिया बनाने का कार्य 20 दिन तक चला था। इसमें लगभग 2 लाख से अधिक लागत आई थी। सैफई के हिमांशु उर्फ सोनू ने इस पुलिया बनाने का कार्य कराया था। गजेंद्र सिंह जे० ई० व मेठ जयवीर सिंह मोहनपुरा सैफई की देखरेख में पुलिया का निर्माण किया गया था।
पीड़ित महिला मिथलेश कुमारी ने बताया कि मेरी सास रिश्तेदारी में गयी है मेरे पति जेठ की आंख का इलाज कराने नई दिल्ली एम्स हॉस्पिटल में गए है। जेठ की बोलेरो गाड़ी घर के बाहर टीन शेड में खड़ी है। उसमें अंदर व बाहर से लॉक लगा हुआ है। जेई व अन्य अधिकारी उक्त गाड़ी को हटाने की कह रहे है और न हटाने पर आग लगाने की धमकी दे रहे है। जब हमने बोला कि मेरे जेठ व पति शाम तक आ जायेंगे तो घर मे घुसकर गंदी गंदी गालियां दी।
महिला द्वारा मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर डायल 112 पर शिकायत की गई है। मौके पर पुलिस ने जाकर जांच शुरू कर दी है। और महिला के घर दो महिला पुलिस की ड्यूटी लगा दी गयी।
👉 बिना नोटिस दिए तोड़ी जा रही है पुलिया
सिंचाई विभाग के अधिकारियो ने पूर्व में न ही कोई सूचना दी और न ही मकान मालिकों दुकानदारों को कोई नोटिस दिया। और बिना नोटिस दिए मनमानी करते हुए पुलिया तोड़नी शुरू कर दी।
👉 जब पुलिया बनाई गई तब कहाँ थे सिंचाई विभाग के अधिकारी
सैफई रजवाह पर बनी पुलिया का निर्माण बर्षो से हो रहा है और 50 से अधिक पुलिया बनी हुई है जिसे सिंचाई विभाग अवैध बता रहा है। लेकिन जब सिंचाई विभाग के अधिकारियों से यह पूछा गया कि जब पुलिया का निर्माण किया जा रहा था तब विभागीय अधिकारी कहाँ थे अवैध निर्माण को क्यों नही रोका गया तो इसका जबाब किसी के पास नही था।सरकारी पुलिया तोड़ने से रोका तो सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने महिला को घर में घुसकर दी गालियाँ,
सपा सरकार में जे०ई गजेंद्र सिंह के द्वारा बनवाई गई थी पुलिया
महिला ने मुख्यमंत्री पोर्टल, 112, व थाना पुलिस को की शिकायत
सैफई ( इटावा) सैफई में कल से रजवाह पर अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है। इस अभियान को चलाने से पूर्व सिंचाई विभाग ने किसी भी मकान मालिक को नोटिस नही दिया और जबरन पुलिया तोड़ रहे है। एक महिला ने जब अपने घर के सामने बनी सरकारी पुलिया को तोड़ने से रोका तो सिंचाई विभाग के अधिकरियों ने घर मे घुसकर महिला को गंदी गंदी गाली दी।
आज सुबह लगभग 11 वजे सैफई रजवाह पर अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा था जब जीसीबी मशीन पुलिया तोड़ने के लिए रामअवतार जाटव के मकान पर पहुँची तो उनके पुत्र मनोज की पत्नी ने पुलिया तोड़ने का विरोध किया। उसने बताया कि यह पुलिया सपा सरकार में मेरे जेठ के पैरवी से तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आदेश पर सिंचाई विभाग द्वारा बनवाई गई थी। पुलिया बनाने का कार्य 20 दिन तक चला था। इसमें लगभग 2 लाख से अधिक लागत आई थी। सैफई के हिमांशु उर्फ सोनू ने इस पुलिया बनाने का कार्य कराया था। गजेंद्र सिंह जे० ई० व मेठ जयवीर सिंह मोहनपुरा सैफई की देखरेख में पुलिया का निर्माण किया गया था।
पीड़ित महिला मिथलेश कुमारी ने बताया कि मेरी सास रिश्तेदारी में गयी है मेरे पति जेठ की आंख का इलाज कराने नई दिल्ली एम्स हॉस्पिटल में गए है। जेठ की बोलेरो गाड़ी घर के बाहर टीन शेड में खड़ी है। उसमें अंदर व बाहर से लॉक लगा हुआ है। जेई व अन्य अधिकारी उक्त गाड़ी को हटाने की कह रहे है और न हटाने पर आग लगाने की धमकी दे रहे है। जब हमने बोला कि मेरे जेठ व पति शाम तक आ जायेंगे तो घर मे घुसकर गंदी गंदी गालियां दी।
महिला द्वारा मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर डायल 112 पर शिकायत की गई है। मौके पर पुलिस ने जाकर जांच शुरू कर दी है। और महिला के घर दो महिला पुलिस की ड्यूटी लगा दी गयी।
👉 बिना नोटिस दिए तोड़ी जा रही है पुलिया
सिंचाई विभाग के अधिकारियो ने पूर्व में न ही कोई सूचना दी और न ही मकान मालिकों दुकानदारों को कोई नोटिस दिया। और बिना नोटिस दिए मनमानी करते हुए पुलिया तोड़नी शुरू कर दी।
👉 जब पुलिया बनाई गई तब अधिकारियों को नजराना दिया गया, अब हो रही कार्यवाही
सैफई रजवाह पर बनी पुलिया का निर्माण बर्षो से हो रहा है और 50 से अधिक पुलिया बनी हुई है इन पुलिया कब जब निर्माण किया जा रहा था तो विभागीय अधिकारियों को नजराना दिया गया था अब अधिकारी बदल गए तो नए अधिकारी पुलिया को अवैध बता रहे है। लेकिन जब सिंचाई विभाग के अधिकारियों से यह पूछा गया कि जब पुलिया का निर्माण किया जा रहा था तब विभागीय अधिकारी कहाँ थे अवैध निर्माण को क्यों नही रोका गया तो इसका जबाब किसी के पास नही था।