"कामचोरी नहीं चलेगी!" — जिलाधिकारी का कड़ा संदेश, निरीक्षण में पाई लापरवाही पर वेतन रोका, चेतावनी जारी
चकिया अस्पताल, ब्लॉक कार्यालय, पशु आश्रय और जल जीवन मिशन कार्यों का औचक निरीक्षण, दो महीने की समय सीमा तय
ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली: चंदौली के जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने जिले में विभिन्न सरकारी विभागों और योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए व्यापक निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाई गई लापरवाही और अव्यवस्थाओं पर सख्त रवैया अपनाते हुए कई अधिकारियों-कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी गई, जबकि एक कर्मचारी का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया।
जिलाधिकारी ने सबसे पहले चकिया संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, मनोरोग विभाग, स्त्री एवं प्रसूति वार्ड, गहन चिकित्सा कक्ष, पोषण पुनर्वास केंद्र, ब्लड टेस्ट कक्ष समेत पूरे अस्पताल का गहन निरीक्षण किया।उन्होंने मरीजों से फोन पर सीधा संवाद कर इलाज और सेवाओं की गुणवत्ता की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान पुरुष सर्जरी वार्ड में गंदगी, टूटे-फूटे कमरे, तथा लैब टेक्नीशियन की अनुपलब्धता पर गहरी नाराजगी जताई गई।मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राम बाबू सिंह को दो माह की समय सीमा देते हुए स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सभी कमियां पूरी तरह दुरुस्त हों। अन्यथा, दो महीने बाद पुनः निरीक्षण में लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई तय मानी जाएगी।उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी उपकरण कार्यशील हों, बाहर की दवाएं न लिखी जाएं, और कुपोषित बच्चों के इलाज में कोई लापरवाही न हो। रेडियोलॉजिस्ट द्वारा ड्यूटी न निभाने पर तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया।
निरीक्षण के अगले चरण में जिलाधिकारी ने चकिया ब्लॉक परिसर का निरीक्षण किया।खंड विकास अधिकारी को परिसर की साफ-सफाई और सुव्यवस्था के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए निर्देश दिया गया कि अगले निरीक्षण तक सारी व्यवस्थाएं सुदृढ़ हो जाएं अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें।एडीओ पंचायत कार्यालय में अनावश्यक कर्मचारियों की मौजूदगी पर कड़ा ऐतराज़ जताते हुए सख्त आदेश दिया कि सभी कर्मचारी अपनी निर्धारित ड्यूटी पर ही कार्य करें।
चकिया ब्लॉक परिसर में स्थित पशु आश्रय स्थल का भी जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौर में यहाँ पशुओं के चारे-पानी, इलाज और चुन्नी आपूर्ति में भारी कमी पाई गई। इस पर नगर पंचायत के लिपिक राकेश रोशन का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया। उन्हें भविष्य में कार्य में सुधार लाने की सख्त चेतावनी दी गई।विकास खंड शहाबगंज के ग्राम अरारी में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत चल रहे पाइपलाइन कार्य में भारी लापरवाही पाए जाने पर आईओएच एक्सचेंज के जीएम ज्योति बसु को कड़ी फटकार लगाई गई।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि भीषण गर्मी को देखते हुए पानी की आपूर्ति में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और यदि शीघ्र कार्य पूरा नहीं हुआ तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।निरीक्षण के अंत में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी जिम्मेदारी और पारदर्शिता से पूरा करें, अन्यथा कठोर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने कहा कि जनसेवा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और शासन की योजनाओं का लाभ सही समय पर जनता तक पहुँचना चाहिए।