चक्रवाती तूफान “मोंथा” और अरब सागर के अवदाब से यूपी समेत कई राज्यों में बेमौसम बारिश — तापमान में भारी गिरावट
लखनऊ, 27 अक्टूबर।
देश के दोनों समुद्री तटों पर सक्रिय मौसमी प्रणालियों — बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान “मोंथा” और अरब सागर में बने अवदाब — के कारण देश के पूर्वी और मध्य हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और गुजरात के कई जिलों में असामान्य वर्षा और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
मोंथा का प्रकोप : बंगाल की खाड़ी से उत्तर भारत की ओर असर
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवाती तूफान “मोंथा” फिलहाल पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर केंद्रित है। यह धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए 28 अक्टूबर की शाम या रात तक आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा तट से टकरा सकता है।
इस दौरान 90 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार वाली हवाएं चल सकती हैं, जिनके झोंके 110 किमी/घंटा तक पहुंच सकते हैं।
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में NDRF और SDRF की टीमें अलर्ट मोड पर हैं। ओडिशा के आठ जिलों को “रेड अलर्ट जोन” में रखा गया है और मछुआरों को अगले 48 घंटे तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
अरब सागर में अवदाब से पश्चिमी भारत में नमी का दबाव
दूसरी ओर, पूर्व-मध्य अरब सागर में सक्रिय अवदाब ने भी पश्चिमी भारत के मौसम पर बड़ा असर डाला है। यह प्रणाली दक्षिणी गुजरात से लेकर पश्चिमी मध्य प्रदेश तक फैली द्रोणी रेखा के रूप में सक्रिय है, जिससे अरब सागर की नमी लगातार उत्तर भारत की ओर खिंच रही है।
गुजरात, सौराष्ट्र, कोंकण और मुंबई क्षेत्र में बीते 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। स्काइमेट वेदर के अनुसार, अगले 2–3 दिनों तक इस क्षेत्र में गरज-चमक के साथ वर्षा का क्रम जारी रहेगा।
उत्तर प्रदेश में मौसम की करवट — भारी गिरावट दर्ज
इन दोनों मौसमी तंत्रों के संयुक्त प्रभाव से उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश और तापमान में जबरदस्त गिरावट देखी जा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार, कई जिलों में आज अधिकतम तापमान में 9.8°C तक की गिरावट दर्ज की गई है। कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से 5 से 7 डिग्री नीचे पहुंच गया।
राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, जौनपुर और चित्रकूट जिलों में हल्की बारिश व बूंदाबांदी हुई है, जबकि पूर्वी यूपी के कुछ इलाकों में अगले 24 घंटे में मध्यम वर्षा की संभावना जताई गई है।
29 से 31 अक्टूबर के बीच झोंकेदार हवाओं और भारी बारिश की संभावना
IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक, 29 से 31 अक्टूबर के बीच दक्षिणी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में झोंकेदार हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होगी।
30 अक्टूबर को पूर्वांचल के मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, और सोनभद्र जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
इसके बाद, 1 नवंबर से धीरे-धीरे मौसम साफ होने और अधिकतम तापमान में 4–6 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी की संभावना है, हालांकि न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा।
मौसम विभाग की सतर्कता और निगरानी
मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ ने बताया है कि प्रदेश के सभी मौसम तंत्रों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। विभाग की ओर से कहा गया
> “बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों की प्रणालियों पर सतत नजर रखी जा रही है। जैसे-जैसे ‘मोंथा’ आगे बढ़ेगा, उसके अवशेषों का असर पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा।”
बंगाल की खाड़ी में “मोंथा” गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में विकसित, 28 अक्टूबर को आंध्र तट पार करेगा।
अरब सागर में अवदाब से पश्चिम भारत में नमी का दबाव बढ़ा, गुजरात-मध्य प्रदेश में बारिश का दौर।
उत्तर प्रदेश में तापमान में करीब 10°C तक की गिरावट और कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज।
29–31 अक्टूबर के बीच पूर्वी यूपी में भारी बारिश की संभावना, विशेषकर मिर्जापुर और वाराणसी मंडल में।
मौसम विभाग की लगातार निगरानी जारी, राहत एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश।