वामदलों ने "सद्भावना मार्च" निकालकर शहीद अशफाक उल्ला की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण और अर्पित की श्रद्धांजलि।

Update: 2025-12-19 11:56 GMT

अयोध्या 19 दिसंबर। आजादी के आंदोलन में मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीदों अशफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल व रोशन सिंह के शहादत दिवस पर शुक्रवार को वामदलों ने डाक बंगला से मंडल कारागार तक साम्प्रदायिक नफरत के खिलाफ "सद्भावना मार्च" निकालकर शहीद अशफाक की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रृद्धासुमन अर्पित किया।

मार्च से पूर्व हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि फैजाबाद शहीदों की धरती है और यह धरती सांझी शहादत व सांझी विरासत की गवाह रही है। अंग्रेज इसी विरासत और हिन्दू - मुस्लिम एकता को तोड़कर अपना राज चलाना चाहते थे लेकिन क्रांतिकारियों ने उनके षडयंत्र को ध्वस्त करते हुए देश को आजाद कराने का काम किया था।

वक्ताओं ने कहा कि आज उन्हीं अंग्रेजों की नीतियों का अनुसरण करते हुए केंद्र व राज्य की सरकार अपने साम्प्रदायिक एजेंडे के जरिए पूरे देश में नफरत और हिंसा का खेल, खेल रही है। पूरे सिस्टम पर कब्जा कर तानाशाही की तरफ आगे बढ़ रही है।

वक्ताओं ने भाजपा - आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनका आजादी के आंदोलन में कोई योगदान नहीं वह राष्ट्रवाद व वन्देमातरम पर चर्चा कर रहे हैं। देश की समस्याओं से इनका कोई लेना - देना नहीं है। यह सरकार देश के संसाधनों को को चंद पूंजीपतियों के हवाले करने में लगी है। जो सरकार मजदूरों के अधिकार व रोजगार गारंटी कानून को खत्म कर विकसित भारत बनाना चाहती हो ऐसी सरकार को सत्ता से हटाना व शहीदों के सपनों का भारत बनाना ही क्रांतिकारियों को सच्ची श्रृद्धांजलि होगी।

कार्यक्रम में भाकपा जिला सचिव अशोक कुमार तिवारी, माकपा जिला सचिव अशोक यादव, भाकपा (माले) राज्य कमेटी सदस्य राम भरोस, प्रगतिशील लेखक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ० रघुवंश मणि, प्रोफेसर डॉ० अनिल सिंह, संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक मया राम वर्मा, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, किसान नेता मया राम वर्मा, एस एन बागी, विनोद सिंह, भाकियू नेता कमला प्रसाद बागी, उमाकांत विश्वकर्मा, उदय चंद यादव, राजेश वर्मा, राम सनेही यादव, ओमप्रकाश यादव, रामसिंह, यासीन बेग, बद्री प्रसाद यादव, घनश्याम यादव, शिवराम सहित बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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